दिनेश मानसेरा
हरिद्वार कुम्भ में आने वाले तीर्थयात्रियों के कोविड टेस्ट को लेकर फर्ज़ीवाड़ा होने की सनसनीखेज रिपोर्ट सामने आने के बाद हरिद्वार जिला प्रशासन ने कोविड टेस्ट के लिए नियुक्त मैक्स कॉरपोरेट के खिलाफ पुलिस एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
हरिद्वार कुम्भ में आने वाले तीर्थयात्रियों के कोविड टेस्ट को लेकर फर्ज़ीवाड़ा होने की सनसनीखेज रिपोर्ट सामने आने के बाद हरिद्वार जिला प्रशासन ने कोविड टेस्ट के लिए नियुक्त मैक्स कॉरपोरेट के खिलाफ पुलिस एफआईआर दर्ज कर ली गई है। ये फर्ज़ीवाड़ा उत्तराखंड के स्वास्थ्य विभाग की जांच रिपोर्ट में सामने आया। रिपोर्ट के मुताबिक कुम्भ के दौरान हाईकोर्ट के निर्देश पर कुम्भ मेला प्रशासन को रोजाना 50 हज़ार कोविड टेस्ट करने थे। इसके लिए प्रशासन ने मैक्स कॉरपोरेट को अधिकृत कर दिया। मैक्स ने अपने आगे 11 निजी लैब को अधिकृत कर दिया। अब जब रिपोर्ट सामने आई तो कोविड टेस्ट के कई पते नाम, आधारकार्ड और फ़ोन नम्बर फ़र्ज़ी निकले। करीब 1600 पेज की रिपोर्ट में फर्जीवाड़े का खुलासा जब हुआ तो उत्तराखंड सरकार हरकत में आई। मैक्स का भुगतान रोक दिया गया और इन रिपोर्ट्स पर अपनी शुरुआती जांच में टेस्ट लैब के पते भी फ़र्ज़ी पाए गए।
इस बारे में जब जिलाधिकारी हरिद्वार सी रवि शंकर से जानकारी ली गयी तो उनका कहना था कि रिपोर्ट में जानकारी आने के बाद फर्म के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज करवा दी गयी है और इसकी जांच अब स्वाभाविक रूप से पुलिस करेगी। इस बारे में उत्तराखंड सरकार के प्रवक्ता कृषि मंत्री सुबोध उनियाल का कहना है कि सरकार जांच करवा रही है और दोषियों को सजा जरूर मिलेगी।
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