मालदा से लगती भारत-बांग्लादेश सीमा के पास से चीनी घुसपैठिये हान जुनवेई की गिरफ़्तारी के बाद से हर दिन चौंकाने वाली खबरें मिल रही हैं। जांच एजेंसियों को शंका है कि हान भारत के खिलाफ बड़े साइबर हमले की तैयारी कर रहा था
पिछले दिनों पश्चिम बंगाल स्थित मालदा से लगती भारत-बांग्लादेश सीमा के पास से चीनी घुसपैठिये हान जुनवेई को पकड़ा गया था। हिरासत के बाद से हर दिन चौंकाने वाली खबरें मिल रही हैं। जांच एजेंसियों को संदेह है कि घुसपैठिया हान भारत के खिलाफ बड़े साइबर हमले की तैयारी कर रहा था। उसके पास से बरामद किए गए इलेक्ट्रॉनिक उपकरण इस बात की ताकीद करते हैं। बता दें कि हान फिलहाल मालदा पुलिस की हिरासत में है, जहां उससे पूछताछ की जा रही है। गत शनिवार को अदालत ने उसे 18 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया था। इससे पहले बीएसएफ व अन्य जांच एजेंसियों द्वारा की गई पूछताछ में पता चला था कि हान पिछले दो वर्षों में फर्जी दस्तावेज का इस्तेमाल कर अब तक कम से कम 1300 भारतीय सिम कार्ड अंडर गारमेंट्स में छिपाकर चीन भेज चुका है।
वांछित अपराधी रहा है हान
खबरों की मानें तो घुसपैठिया पीएलए द्वारा संचालित विश्वविद्यालय का छात्र रह चुका है। यहीं से उसने अंग्रेजी में पढ़ाई की। इसके बाद उस पर चीन के लिए जासूसी करने का शक और पुख्ता हो गया था। बता दें कि हान भारत के लिए एक वांछित अपराधी भी रहा है।
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