राज्यपाल जगदीप धनखड़_1&nb कोलकाता। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कानून व्यवस्था को लेकर राज्य की ममता बनर्जी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि उन्हें कठोर कार्रवाई करने को विवश ना किया जाये। राजनीतिक हिंसा के चलते लगातार बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने सोमवार को नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में राजभवन जाकर राज्यपाल जगदीप धनखड़ को ज्ञापन सौंपा। इसके बाद राज्यपाल ने कहा कि ममता सरकार लगातार हिंसा के बावजूद आंख बंद किए हुए हैं। सरकार हिंसा को लेकर कार्रवाई करे नहीं तो मैं संविधान में प्रदत्त अपने कठोर अधिकारों के इस्तेमाल के लिए विवश हो जाऊंगा।
किसी कैबिनेट बैठक में हिंसा पर चर्चा नहीं
धनखड़ ने हिंसा को लेकर ममता सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य में हिंसा का तांडव चल रहा है, लेकिन सरकार के कानों पर जूं नहीं रेंग रही है। उन्होंने कहा कि नई सरकार को आए हुए एक माह से अधिक हो चुका है, लेकिन किसी भी कैबिनेट की बैठक में हिंसा पर चर्चा नहीं हुई है। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा लगातार हिंसा का आरोप लगा रही है। दावा है कि चुनाव के बाद भाजपा के 40 से अधिक कार्यकर्ताओं की हत्या हो चुकी है।
मुख्यमंत्री ने किसी पीड़ित के आंसू नहीं पोंछे
भाजपा विधायकों का ज्ञापन स्वीकृत करने के बाद राज्यपाल ने सवाल उठाया कि राज्य में हिंसा का तांडव चल रहा है, लेकिन मुख्यमंत्री या मंत्री ने किसी भी पीड़ित के आंसू पोंछा है? उन्होंने कहा कि इतना न डरो की डर के कारण डर की चर्चा नहीं कर पाए। उन्होंने कहा कि एससी और एसटी पर हमले बोले गए हैं। उम्मीद है कि सरकार सकारात्मक रवैया अपनाएगी। सरकार संविधान के दायरे में काम करे। सिस्टम के बाहर जाकर काम करेंगे, तो मुझे कार्रवाई के लिए विवश होना पड़ेगा।
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