पूरे देश की तरह झारखंड में भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक कोरोना पीड़ितों की सहायता में लगे हैं। स्वयंसेवक लोगों को टीका लगवाने से लेकर जरूरतमंदों तक खाना, दवाई और अन्य चीजें पहुंचा रहे हैं। स्वयंसेवकों का समर्पण देखकर लोगों में आशा की किरण जगी है झारखंड में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों तथा सेवा भारती आदि संस्थानों के द्वारा पूरे झारखंड में सेवा कार्य किए जा रहे हैं। इसके लिए पूरे राज्य में 3,770 सहायता केंद्र बनाए गए हैं। पूरे राज्य में 2,904 स्थानों पर टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं, जहां 22,274 कार्यकर्ताओं की मदद से अब तक 14,89,164 लोगों को टीका लगाया जा चुका है। कोरोना से पीड़ित मरीजों के लिए 287 स्थानों पर आइसोलेशन सेंटर बनाए गए हैं। इनमें 3,194 लोगों की मदद से 9,838 बिस्तर की व्यवस्था की गई है और उनकी देखरेख की जा रही है। इस व्यवस्था के लिए 1,989 कार्यकर्ता लगे हुए हैं। 118 जगहों पर कोविड केयर सेंटर बनाए गए हैं, जिनमें 7,476 बिस्तर की व्यवस्था की गई है। इसके लिए 1,989 कार्यकर्ता दिन—रात काम कर रहे हैं। इसके साथ ही संघ के स्वयंसेवकों ने ऑनलाइन चिकित्सकीय सलाह की व्यवस्था की है। इसके अंतर्गत 4,445 डॉक्टर 1,399 स्थानों पर सेवा दे रहे हैं और अब तक 1,91,257 लोग लाभान्वित हो चुके हैं। इसी तरह रक्तदान करने के लिए अब तक 43,972 यूनिट रक्त जमा किया जा चुका है। इसके लिए 1,256 स्थानों पर रक्तदान शिविर लगाए गए हैं। 303 स्थानों पर शव वाहन सेवा की व्यवस्था की गई है। इन सबके अलावा पूरे राज्य में कई जगहों पर संघ और उसके आनुषांगिक संगठनों द्वारा ऑक्सीजन सिलेंडर आदि की व्यवस्था से लेकर भोजन पैकेट की भी व्यवस्था की गई है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के रांची विभाग कार्यवाह संजीत सिंह कहते हैं कि पूरे झारखंड में संघ के स्वयंसेवक कार्य कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में स्वयंसेवकों के कार्यों से लोगों में निराशा का माहौल खत्म हो रहा है। इसलिए जल्दी ही कोरोना झारखंड से भाग जाएगा। —रितेश कश्यप
दस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। राजनीति, सामाजिक और सम-सामायिक मुद्दों पर पैनी नजर। कर्मभूमि झारखंड।
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