प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत मई और जून के महीने में प्रति व्यक्ति 5 किलो अतिरिक्त अनाज मुफ्त में दिया जाएगा. उत्तर प्रदेश के साढ़े तीन करोड़ से अधिक राशनकार्ड धारकों पर साढ़े 14 करोड़ लोगों को मई और जून में प्रति व्यक्ति 5 किलो अतिरिक्त अन्न दिया जाएगा.
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर काफी संक्रामक है. ऐसे में सरकार ने तय किया है कि करोड़ों राशन कार्ड धारकों को राशन दिया जाएगा. राशन वितरण के समय कोरोना प्रोटोकाल का सख्ती से पालन कराया जाएगा. हर राशन की दुकान पर पर्याप्त गेहूं और चावल वितरित करने की व्यवस्था कर ली गई है. राशन की दुकानों पर ई-पॉस मशीन से बायोमीट्रिक आथेन्टिफिकेशन के जरिए राशन बांटा जाएगा. बीते साल लॉकडाउन के दौरान इस तकनीक के जरिए ही राशन वितरित किया गया था. मई और जून में वितरित किए जाने वाले राशन की ऑनलाइन मॉनिटरिंग भी की जाएगी. विभाग के अधिकारियों का कहना है कि राशन वितरण एवं सप्लाई चेन मैनेजमेंट पूरी तरह कंप्यूटराइज्ड है. ई-पॉस मशीनें सॉफ्टवेयर के जरिए संचालित होती हैं.
गत 16 अप्रैल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था, “ प्रदेश सरकार इस वर्ष भी जरूरतमंदों को भत्ता और राशन उपलब्ध करायेगी. इसके लिए पात्र लोगों की लिस्ट अपडेट कर ली जाए. इसी तरह राशन वितरण की व्यवस्था की समीक्षा कर ली जाए. भत्ता वितरण डीबीटी प्रणाली के माध्यम से सीधे बैंक खाते में किया जाएगा.” अब इसी क्रम में खाद्य एवं रसद विभाग मई और जून में साढ़े 14 करोड़ लोगों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत मुफ्त में राशन उपलब्ध करायेगा.
उल्लेखनीय है कि साढ़े चौदह करोड़ लाभार्थियों को गेहूं दो रुपए किलो और चावल तीन रुपए किलो के सब्सिडाइज्ड रेट पर दिया जाता है. प्रदेश की 80 हजार राशन की दुकानों के माध्यम से यह राशन हर महीने की 1 से 12 तारीख के बीच वितरित किया जाता है.
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