राकेश सैन
पंजाब की कांग्रेस सरकार का मेहमान कुख्यात अपराधी मुख्तार अंसारी को पंजाब पुलिस ने रूपनगर जेल में उत्तर प्रदेश पुलिस के हवाले कर दिया। रूपनगर (रोपड़) जेल से मुख्तार अंसारी को लेकर यूपी पुलिस की टीम रवाना हो गई है। बताया जा रहा हे कि यूपी पुलिस की टीम शंभू बार्डर होकर हरियाणा में प्रवेश करेगी और इसके बाद उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ेगी।
आज दोपहर बाद मुख्तार अंसारी की सुपुर्दगी की प्रक्रिया के बाद उसे बांदा पुलिस के हवाले किया गया। मुख्तार अंसारी की गाड़ी को जेल के मुख्य गेट की बजाए गेट नंबर दो से निकाला गया। यूपी पुलिस की टीम मुख्तार को लेकर जेल परिसर से तेजी से निकल गई। मुख्तार अंसारी को यूपी पुलिस को सौंपने के लिए जेल में सुपुर्दगी की प्रकिया करीब दो घंटे चली।
इस दौरान रूपनगर के एसएसपी डा. अखिल चौधरी ने जिला जेल के बाहर प्रबंधों का जायजा लिया, ताकि यूपी पुलिस के काफिले को कोई दिक्कत न हो। इससे पहले दिन में करीब 12 बजे पहले यूपी पुलिस का वज्र वाहन जेल के अंदर गया और इसके बाद एंबुलेंस सहित कई गाड़ियां अंदर गईं। एंबुलेंस में कई डॉक्टर भी तैनात हैं। सुपुर्दगी के समय जेल के बाहर बैरिकेटिंग कर दी गई और मीडिया को जेल के गेट के पास जाने से रोक दिया गया। जेल के बाहर मीडिया का जमावड़ा लगा हुआ था।
सुबह से तेज हो गई थीं गतिविधियां
रूपनगर जिला जेल के बाहर पुलिस की गतिविधियां सुबह से ही तेज हो गई थीं। जेल के बाहर सड़क पर बैरिकेट्स लगा दिए गए और पुलिस के जवान मुस्तैद हो गए थे। इस सबके बीच ही उत्तर प्रदेश की बांदा पुलिस की गाड़ियां रूपनगर पहुंचीं।
मुख्तार का कराया गया कोरोना टेस्ट
उत्तर प्रदेश पुलिस टीम के पहुंचने के बाद मुख्तार को सौंपने की प्रक्रिया शुरू होने से पहले उसके कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट का इंतजार किया गया। अंसारी का दो दिन पहले सैंपल लिया गया था। रूपनगर के एसएमओ पवन कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम जेल गई थी और कई लोगों के सैंपल लिए गए थे।
नौ बार बैरंग लौट चुकी है यूपी पुलिस
रोपड़ जेल प्रशासन के मेडिकल बोर्ड ने मुख्तार अंसारी को शुगर, अवसाद (डिप्रेशन), स्लिप डिस्क, दिल की बीमारी सहित कई गंभीर बीमारियां बताई थीं। इसका हवाला देकर अब तक पंजाब सरकार की ओर से यूपी पुलिस को नौ बार बैरंग लौटाया जा चुका है।
पीएसी की प्लाटून भी काफिले में
यूपी के बांदा से पहुंचने वाली टीम में एक डीएसपी, दो इंस्पेक्टर, छह एएसआई, 20 हेड कांस्टेबल, 30 कांस्टेबल, पीएसी की एक प्लाटून, जीपीएस से लैस वज्र वाहन, 10 पुलिस वाहन, डॉक्टर और एंबुलेंस शामिल है। इस दौरान पुलिस के जवान आधुनिक हथियारों से लैस हैं
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