सिंधु जल समझौते के तहत भारत एवं पाकिस्तान की दो दिवसीय बैठक नई दिल्ली में खत्म हो गई। इस दौरान पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में बन रही पाकल दुल और लोअर कलानाई जल विद्युत परियोजनाओं के प्रारूप पर आपित्त जताई, लेकिन भारत ने इसे सिरे से खारिज कर दिया। भारत ने पाकिस्तान के अधिकारियों से स्पष्ट तौर पर कहा है कि दोनों परियोजनाएं पूरी तरह सिंधु जल संधि के प्रावधानों के अनुरूप हैं। सूत्रों के मुताबिक बैठक में पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद-370 के विशेष प्रावधान को निरस्त करने के बाद लद्दाख में मंजूर की गई जल विद्युत परियोजनाओं पर भी भारत से अतिरिक्त जानकारी देने की मांग की।
बैठक के बाद विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि दो भारतीय परियोजनाओं पाकल दुल (1000 मेगावाट) और लोअर कलानाई (48 मेगावाट) के डिजाइन पर आगे बातचीत जारी रहेगी। भारत ने स्पष्ट किया है कि दोनों परियोजनाएं पूरी तरह से जल संधि के प्रावधानों का पालन करती हैं। साथ ही दोनों परियोजनाओं का तकनीकी डेटा भी पड़ोसी देश को उपलब्ध कराया गया है। बता दें कि सिंधु जल आयोग की यह बैठक करीब दो साल के अंतराल के बाद आयोजित की गई थी। इससे पहले दोनों देशों के बीच आखिरी बैठक अगस्त, 2018 में लाहौर में हुई थी। लेकिन इसके बाद 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 निरस्त होने से दोनों देशों के बीच तनाव के चलते बैठक टल गई थी। जबकि पिछले साल कोरोना महामारी के कारण इसे रद्द करना पड़ा था। विदेश मंत्रालय ने बताया कि दोनों देशों के बीच अगली बैठक पाकिस्तान में होगी, जिसकी तारीख आपसी सहमति से बाद में घोषित की जायेगी। भारतीय सिंधु आयुक्त पीके सक्सेना के नेतृत्व में केंद्रीय जल आयोग, केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण और एनएचपीसी के अधिकारियों ने बैठक के दौरान भारतीय परियोजनाओं पर अपना पक्ष रखा था। वहीं पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व वहां के सिंधु आयुक्त सैयद मोहम्मद मेहर अली शाह ने किया था।
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