Muhammad Yunus criticized for Facebook Post: बांग्लादेश के ढाका में प्लेन क्रैश के बीच मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस (Mohan Yunus Bangladesh) ने फेसबुक पोस्ट कर देशवासियों से पैसे दान करने की अपील की थी। इसके बाद सोशल मीडिया पर उनकी खूब आलोचना हुई और यूजर्स ने उनको काफी खरी-खोटी सुनाई। मामला इतना बढ़ गया कि आखिर में मोहम्मद यूनुस को अपनी फेसबुक पोस्ट डिलीट करनी पड़ी। यूजर्स ने उनकी इस बात के लिए आलोचना शुरू कर दी कि सरकार के पास विमान हादसे के पीड़ितों की मदद के लिए भी पैसा नहीं है क्या?
अपने फेसबुक पोस्ट में मोहम्मद यूनुस ने मुख्य सलाहकार राहत और कल्याण कोष में लोगों से दान करने की अपील की थी। यह पोस्ट मुख्य सलाहकार के आधिकारिक पेज से 22 जुलाई दोपहर 2:00 बजे के बाद लिखी गई थी। बांग्लादेश की वेबसाइट ‘द डेली स्टार’ के मुताबिक, मोहम्मद यूनुस की इस फेसबुक पोस्ट को उनके वरिष्ठ सहायक प्रेस सचिव फयेज अहमद ने भी प्रेस विंग के आधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप में साझा किया था। इससे यह पुष्टि होती है कि पोस्ट असली अकाउंट से ही की गई थी, न कि किसी फर्जी अकाउंट से।
सोशल मीडिया पर यूजर्स के दबाव के बाद पोस्ट डिलीट
मोहम्मद यूनुस ने जैसे ही अपने फेसबुक अकाउंट से मदद की अपील वाली यह पोस्ट डाली इस पर यूजर्स की प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। कई राजनीतिक दलों समेत आम जनता ने यूनुस पर हमला बोल दिया। यूजर्स का कहना था कि अब देश के पास इतना भी पैसा नहीं है कि वह स्कूल पर गिरे विमान हादसे के पीड़ितों की मदद कर सके। आखिर में बिना कारण बताये मोहम्मद यूनुस की तरफ से इस फेसबुक पोस्ट को डिलीट कर दिया गया।
अमीन सोनी नाम के एक शख्स ने लिखा कि यूनुस साहब को अब देश चलाने के लिए भीख मांगनी पड़ रही है। एक अन्य यूजर्स ने पूछा कि क्या अब सरकार के पास विमान हादसे के पीड़ितों की मदद के लिए संसाधन नहीं हैं? यह जनता का अपमान है। एक अन्य सोशल मीडिया यूजर ने कहा कि पिछले साल के बाढ़ फंड का 1200 करोड़ टका का क्या हुआ? क्या आप फिर से अपनी स्कीम को लेकर आ गए हैं, हमारा बांग्लादेश एक मुल्क है, एनजीओ नहीं
प्लेन क्रैश में हुई थी 20 मौतें, 71 से ज्यादा लोग घायल
बांग्लादेशी वायुसेना का एक एफ-7 प्रशिक्षण विमान सोमवार को कॉलेज परिसर में हादसे का शिकार हो गया था। विमान कॉलेज की बिल्डिंग से जा टकराया था। इस हादसे में 20 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 171 से अधिक लोग घायल हुए थे। हादसे के वक्त माइलस्टोन कॉलेज में बच्चे मौजूद थे। प्लेन क्रैश होने के बाद स्कूल-कॉलेज में अफरातफरी मच गई थी। इस घटना के बाद बांग्लादेश में काफी विरोध प्रदर्शन हुआ था और मोहम्मद यूनुस से इस्तीफा मांगा गया था। लोगों ने सरकार पर हादसे से जुड़ी जानकारी छिपाने का आरोप लगाया था। शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि स्कूल और कॉलेज में लड़ाकू विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद से शासन द्वारा छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों और कर्मचारियों पर व्यवस्थित रूप से अत्याचार, छल और दमन की लहर चलाई जा रही है।
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