भारत की आजादी के इतिहास में 22 जुलाई की तारीख का अहम महत्व है। यह तारीख देश के राष्ट्रीय ध्वज से जुड़ी है। इसी दिन 1947 में संविधान सभा ने तिरंगे को देश के राष्ट्रीय ध्वज के तौर पर अंगीकार किया।
संविधान सभा की बैठक नई दिल्ली के संविधान सभागार में सुबह 10 बजे शुरू हुई थी। बैठक की अध्यक्षता करते हुए डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने घोषणा की कि पहला प्रस्ताव पंडित जवाहरलाल नेहरू का है। फिर नेहरू ने प्रस्ताव पढ़ा। इसके बाद तय किया गया कि भारत के राष्ट्रीय ध्वज में गहरे केसरिया (केसरी), सफेद और गहरे हरे रंग का समान अनुपात होगा। सफेद पट्टी के केंद्र में चरखे का प्रतिनिधित्व करने के लिए नेवी ब्लू रंग में एक चक्र होगा। इस चक्र का व्यास सफेद पट्टी की चौड़ाई के लगभग होगा। झंडे की चौड़ाई और लंबाई का अनुपात सामान्यतः 2:3 होगा। इसके बाद इस प्रस्ताव को अपना लिया गया।
इसके बाद नेहरू ने कहा कि वर्तमान क्षण में चमक और गर्मजोशी महसूस हो रही है। यह क्षण हमारे सभी संघर्षों की विजय और विजयी निष्कर्ष का प्रतिनिधित्व करता है। यह कोई छोटी बात नहीं है कि उस महान और शक्तिशाली साम्राज्य ने, जिसने इस देश में साम्राज्यवादी प्रभुत्व का प्रतिनिधित्व किया है, यहां अपने दिन खत्म करने का निर्णय लिया है।
22 जुलाई के महत्वपूर्ण घटनाचक्र
1731: स्पेन ने वियना संधि पर हस्ताक्षर किए।
1918: भारत के पहले कुशल पायलट इन्द्रलाल राय प्रथम विश्वयुद्ध के समय लंदन में जर्मनी से हुई लड़ाई में मारे गए।
1947: भारत के राष्ट्रीय ध्वज को संविधान ने अपनाया।
1969: सोवियत संघ ने स्पूतनिक-50 और मोलनिया-112 संचार उपग्रहों का प्रक्षेपण किया।
1981: भारत के पहले भू-स्थिर उपग्रह एप्पल ने कार्य करना शुरू किया।
1988: अमेरिका के 500 वैज्ञानिकों ने पेंटागन में जैविक हथियार बनाने के शोध का बहिष्कार करने की प्रतिज्ञा ली।
2003: इराक में हवाई हमले में तानाशाह सद्दाम हुसैन के दो बेटे मारे गए।
2005ः आतंकवादी होने के संदेह में लंदन पुलिस ने निर्दोष ब्राजीली नागरिक जीन चार्ल्स डे-मेंसेज को मार गिराया।
2012: प्रणब मुखर्जी भारत के 13वें राष्ट्रपति निर्वाचित।
2019: श्रीहरिकोटा से चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण।
जन्म
1923: प्रसिद्ध पार्श्वगायक मुकेश।
महत्वपूर्ण दिवस
-राष्ट्रीय झंडा अंगीकरण दिवस।
-राष्ट्रीय आम दिवस।
टिप्पणियाँ