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घुसपैठियों पर जारी रहेगी कार्रवाई, बंगाल में गरजे PM मोदी, बोले- TMC सरकार में अस्पताल तक महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं

प्रधानमंत्री ने तृणमूल सरकार को बताया बंगाल के विकास में बाधक, कहा- भाजपा को दें मौका

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WEB DESK

नई दिल्ली, (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में एक जनसभा को संबोधित करते हुए तृणमूल कांग्रेस की सरकार को राज्य के विकास में सबसे बड़ी रुकावट बताया। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि एक बार भाजपा को अवसर दें और ऐसी सरकार चुनें जो कामदार, ईमानदार और दमदार हो। उन्होंने घुसपैठियों पर सख्त कार्रवाई जारी रखने की भी बात कही।

प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को दुर्गापुर में भाजपा द्वारा आयोजित राजनीतिक जनसभा के दौरान यह बातें कहीं। इससे पहले उन्होंने एक अन्य कार्यक्रम में 5400 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।

रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि टीएमसी ने घुसपैठियों के पक्ष में मुहिम शुरू कर दी है। लेकिन जो भी देश का नागरिक नहीं है, उसके खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि तृणमूल सरकार, बंगाल के विकास के आगे दीवार बनकर खड़ी है। जिस दिन यह दीवार गिरेगी, उसी दिन से राज्य में विकास को नई गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा का लक्ष्य एक समृद्ध और विकसित बंगाल का निर्माण करना है।

प्रधानमंत्री ने राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था, निवेश में गिरावट और युवाओं के पलायन को लेकर तृणमूल सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि बीते दशकों में हिंसा, पक्षपातपूर्ण पुलिसिंग और न्याय प्रणाली में अविश्वास के कारण बंगाल निवेश के लिए अनाकर्षक बन गया है। राज्य सरकार लोगों और व्यवसायों की सुरक्षा करने में विफल रही है, जिससे संभावित निवेशकों की चिंताएं और बढ़ी हैं।

प्रधानमंत्री ने शिक्षा व्यवस्था की दुर्दशा पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि तृणमूल सरकार ने प्राइमरी से लेकर हायर एजुकेशन को भ्रष्टाचार और अपराध के हवाले कर दिया है। हजारों योग्य शिक्षक बेरोजगार हैं और लाखों बच्चों का भविष्य अधर में है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह संकट सीधे टीएमसी की नीतियों और भ्रष्टाचार से जुड़ा है।

उन्होंने राज्य की बेटियों की सुरक्षा का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि “मां, माटी, मानुष” की बात करने वाली सरकार में अस्पताल तक महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं हैं। हाल की घटनाएं इस बात का प्रमाण हैं कि तृणमूल सरकार आरोपियों को बचाने में लगी रही है।

 

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