भारत के गुजरात राज्य में अमदाबाद शहर में 12 जून 2025 को एयर इंडिया फ्लाइट एआई 171 के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटना ने न केवल देश को बल्कि अंतरराष्ट्रीय विमानन जगत को भी झकझोर दिया था। इस हादसे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद कई देशों की विमान सेवाओं ने अपने बोइंग विमानों के फ्यूल कंट्रोल स्विच को लेकर अतिरिक्त सावधानी बरतने के निर्देश जारी किए हैं। विशेष रूप से संयुक्त अरब अमीरात की एतिहाद एयरवेज और दक्षिण कोरिया की विमान कंपनी ने इस दिशा में फौरन कदम उठाने की बात की है। भारत की विमान सेवा एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद रिहायशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें 260 लोगों की जान गई थी।
गत दिनों इसी दुर्घटना की प्रारंभिक रिपोर्ट सामने आई है। रिपोर्ट के अनुसार, दोनों इंजनों के फ्यूल कटऑफ स्विच अचानक ‘रन’ से ‘कटऑफ’ मोड में चले गए थे, जिससे इंजनों में ईंधन पहुंचना बंद हो गया और वे रुक गए। पायलटों ने इंजन को दोबारा चालू करने की कोशिश की, लेकिन समय की कमी और दूसरे इंजन की धीमी रिकवरी के कारण विमान को बचाया नहीं जा सका। हादसा इतना वीभत्स था और जानमाल का इतना नुकसान हुआ था कि इसे लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शोक व्यक्त किया गया था। विमान में सवार यात्रियों के अलावा जमीन पर इसके चपेट में आईं इमारतों में मौजूद अनेक छात्र और सड़क से गुजर रहे लोग भी अपनी जान से गए थे।

सउदी अरब की एतिहाद एयरवेज ने हादसे की प्राथमिक रिपोर्ट आने के दिन ही एक बुलेटिन जारी किया। इसमें पायलटों को निर्देश दिया गया कि वे फ्यूल कंट्रोल स्विच या उसके आसपास के किसी भी स्विच को ऑपरेट करते समय विशेष सतर्कता बरतें। बोइंग 787 बेड़े में फ्यूल कंट्रोल लॉकिंग सिस्टम की जांच के आदेश दिए गए। लैंड, इंफ्रास्ट्रक्चर और ट्रांसपोर्ट मंत्रालय ने सभी बोइंग विमानों में फ्यूल कंट्रोल स्विच की जांच की योजना बनाई है। सभी एयरलाइनों को निर्देश दिए जाएंगे कि वे इन स्विचों की निगरानी करें, हालांकि इसके लिए अभी कोई समयसीमा तय नहीं की गई है।
इधर भारत में डीजीसीए ने घरेलू एयरलाइन्स को 787 और 737 विमानों में फ्यूल स्विच लॉकिंग प्रणाली की जांच करने का आदेश दिया है। हैरानी की बात है कि अमेरिकी संघीय उड्डयन प्रशासन ने पहले ही 2018 में फ्यूल स्विच लॉकिंग सिस्टम को लेकर संभावित खामी की चेतावनी दी थी। विमान निर्माता कंपनी बोइंग ने दावा किया है कि उनके फ्यूल स्विच लॉक सुरक्षित हैं, लेकिन हादसे के बाद उसके इन दावों की पुनः समीक्षा की जा रही है।

अमदाबाद में हुआ यह हादसा विमानन सुरक्षा के उस पहलू को उजागर करता है जिसे अक्सर नजरअंदाज किया जाता रहा है और वह है ‘स्विच डिज़ाइन’ और ‘कॉकपिट ह्यूमन फैक्टर्स’। ब्लैक बॉक्स से पता चला है कि एआई 171 के पायलटों को तक हैरानी थी कि फ्यूल जाना अचानक बंद कैसे हो गया। इसकी पुष्टि अभी नहीं हो पाई है कि स्विच कैसे बंद हुए। इससे यह हादसा तकनीकी खामी के साथ-साथ डिज़ाइन और प्रशिक्षण की भी समस्या की ओर संकेत करता है।
साफतौर पर बोइंग के इस विमान हादसे की रिपोर्ट ने वैश्विक विमानन जगत को एक चेतावनी दी है कि तकनीकी खामियों को नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है। एतिहाद और दक्षिण कोरिया जैसे देशों की त्वरित प्रतिक्रिया तो केवल शुरुआत है। अब समय आ गया है कि सभी विमानन सेवाएं, चाहे वे किसी भी देश की हों, फ्यूल स्विच जैसी महत्वपूर्ण प्रणालियों की डिज़ाइन, संचालन और प्रशिक्षण प्रक्रियाओं की गहन समीक्षा करें।
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