ए जयशंकर, भारत के विदेश मंत्री
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने पाकिस्तान से संघर्ष के दौरान तीन भारतीय राफेल विमानों के गिराने की बात स्वीकार की है। लेकिन पीआईबी के फैक्ट चेक में यह दावा फर्जी निकला। प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो ने मंगलवार (15 जुलाई) को एक्स पर ‘फेक और वास्तविक’ वीडियो को साझा किया। पीआईबी के अनुसार, यह एक डीपफेक वीडियो है। वायरल वीडियो में डिजिटल रूप से छेड़छाड़ की गई है। ऑडियो में छेड़छाड़ करके डॉ. एस. जयशंकर के बयानों को गलत तरीके से पेश किया गया है। असली वीडियो न्यूजवीक के साथ एक साक्षात्कार का है, जिसमें विदेश मंत्री ने राफेल के बारे में कोई बात नहीं की है।
आम जनता फेक वीडियो को देखकर भ्रमित न हो इसके लिए सरकार ने विदेश मंत्री के साथ लिए गए न्यूजवीक के एक्सक्लूसिव इंटरव्यू का यूट्यूब लिंक भी साझा किया है। न्यूजवीक ने अपने यूट्यूब चैनल पर 1 जुलाई 2025 को जो एक्सक्लूसिव इंटरव्यू शेयर किया है उसका शीर्षक है— विदेश नीति, आतंकवाद और संयुक्त राष्ट्र सुधार पर भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर की राय। पीआईबी ने सोशल मीडिया पर लोगों को गुमराह करने के लिए प्रसारित किए जा रहे कंटेंट से सावधान रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि ऐसी भ्रामक और फर्जी खबरों पर विश्वास करने से पहले लोग हमेशा उसकी पुष्टि करें।
फेक वीडियो में एस जयशंकर को बोलते हुए सुना जा सकता है कि उस रात पाकिस्तान ने हम पर बहुत बड़ा हमला किया। दो दिन पहले ही हम पाकिस्तान के हाथों तीन राफेल जेट खो चुके थे, इसलिए उनका हमला करना अनुचित था। फिर भी उन्होंने हमला किया। हमने जवाबी कार्रवाई की और अगली सुबह, श्री रुबियो (संयुक्त राज्य अमेरिका के विदेश मंत्री) ने मुझे फोन किया और कहा कि पाकिस्तान बातचीत के लिए तैयार हैं। यह स्पष्ट है कि असली वीडियो को एआई की मदद से एडिट किया गया है और इसमें राफेल वाला हिस्सा जोड़ा गया है।
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