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आनंद महिंद्रा ने अपने करियर के 44 साल पूरे होने पर बताया सफलता का मूल मंत्र

आनंद महिंद्रा ने अपने 44 साल के करियर की यात्रा साझा की। उन्होंने बताया कि कठिन समय स्थायी नहीं होता और सकारात्मक सोच व धैर्य से ही सफलता मिलती है।

Published by
Mahak Singh

14 जुलाई 2025 को उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने अपने करियर के 44 साल पूरे होने पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर एक खास संदेश साझा किया। अपने लंबे और सफल करियर के अनुभवों को बताते हुए उन्होंने बताया कि जीवन में कोई भी परिस्थिति स्थायी नहीं होती और कठिनाइयाँ भी हमेशा के लिए नहीं रहतीं।

आनंद महिंद्रा ने कहा कि जब हम जीवन के तूफान के बीच होते हैं, तो ऐसा लगता है कि वे कभी खत्म नहीं होंगे। लेकिन वास्तविकता यह है कि हर मुश्किल घड़ी बीत जाती है। चाहे वह तनाव हो, दबाव हो या असफलता, ये सब जीवन के ऐसे अनुभव हैं जो हमें मजबूत बनाते हैं और आगे बढ़ने का साहस देते हैं।उन्होंने आगे कहा, “तनाव एक नाली की तरह है जिससे जब आप निकल जाते हैं, तो राहत मिलती है। इसलिए हमें हमेशा अपने आप को याद दिलाना चाहिए कि यह कठिन समय भी गुजर जाएगा। इसका सबसे अच्छा तरीका है कि हम अपना सर्वश्रेष्ठ देते रहें, अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करें और भरोसा रखें कि समय के साथ परिस्थितियाँ बदलेंगी।”

आनंद महिंद्रा ने अपने संदेश में यह भी जोर दिया कि निराशा और हार से घबराना या रुक जाना सही नहीं। विपरीत परिस्थितियों में भी उम्मीद और सकारात्मक सोच बनाए रखना बेहद जरूरी है। जब हम चुनौतियों का सामना धैर्य और लगन से करते हैं, तभी हम असली सफलता हासिल कर पाते हैं। उनका मानना है कि जीवन में बदलाव लगातार आते रहते हैं। सफलता और असफलता दोनों ही अस्थायी हैं। जब आप असफल होते हैं, तो यह समझना जरूरी है कि यह अंत नहीं बल्कि एक नया शुरुआत है। इसी तरह सफलता के समय भी हमें विनम्र और सतर्क रहना चाहिए क्योंकि समय के साथ सब बदलता रहता है। आनंद महिंद्रा के अनुसार, यह जीवन की सबसे महत्वपूर्ण सीख है कि स्थिरता या स्थायित्व की उम्मीद न करें। सब कुछ परिवर्तनशील है। हम जिस स्थिति में हैं, वह एक दिन बदल जाएगी। इसलिए लगातार मेहनत और सकारात्मक सोच से ही सपने पूरे हो सकते हैं।

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