प्रतीकात्मक तस्वीर
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में पहचान छिपाकर हिंदू युवती को अपने प्रेमजाल में फंसाने, दुष्कर्म करने और उस पर धर्मांतरण का दबाव बनाने वाले नावेद उर्फ कासिम पठान को गिरफ्तार कर लिया गया है। नावेद यह जानता था कि वह अपनी असली पहचान बताकर युवती को फंसाने में कभी भी कामयाब नहीं हो पाएगा। इसलिए उसने लड़की का विश्वास जीतने के लिए सबसे पहले हिंदू नाम (शिव वर्मा) से फेसबुक और इंस्टाग्राम पर अपनी आईडी बनाई। इसके बाद उसने सोशल मीडिया पर उससे नजदीकियां बढ़ाईं और मिलने को कहा। वह यह भी अच्छे से जानता था कि उसके पहनावे को देखकर युवती को यह समझने में देर नहीं लगेगी कि वह हिंदू नहीं, मुस्लिम है। इसके बाद उसने अपने मकसद में सफल होने के लिए हिंदू प्रतीकों को अपनाने से भी गुरेज नहीं किया। माथे पर टीका और हाथ में कलावा बांधकर वह युवती से मिलने पहुंचा। जब लड़की ने उसके माथे पर टीका और हाथ में कलावा देखा तो वह उसे सच में हिंदू समझ बैठी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार लव जिहाद के अधिकतर मामलों में मुस्लिम युवकों के साथ उनका पूरा शामिल होता है। नावेद का भाई, अब्बा और अम्मी भी उसे समझाने की बजाय उसकी साजिश का हिस्सा बने। पुलिस ने नावेद उर्फ कासिम पठान के साथ उसके भाई कैफ, अब्बा असलम खां, अम्मी उजमा व दोस्त अकील के खिलाफ गैंग रेप और धर्म परिवर्तन सहित गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। शाहजहांपुर पुलिस ने एक्स पर अपने आधिकारिक अकाउंट पर आरोपी की गिरफ्तारी की पुष्टि भी की है। ऐसे में प्रश्न उठता है कि क्या यह सोची समझी साजिश के तहत किया गया? क्या पूरे परिवार में ऐसा कोई भी नहीं था जो नावेद को हिंदू लड़की के साथ गलत काम करने से रोक सके? क्या हिंदू लड़कियों का धर्म परिवर्तन कराना ही इनका मकसद होता है, क्या इसके पीछे संगठित गिरोह कार्य करता है जैसा कि ‘द केरला स्टोरी’ फिल्म में दिखाया गया है।
पीड़िता का आरोप है कि उसने नावेद के मोबाइल में कई और लड़कियों के वीडियो भी देखे थे, जिससे उसे पता चला कि यह लोग एक संगठित गिरोह चलाते हैं। इनका मकसद दूसरे धर्म की लड़कियों को अपने जाल में फंसाना होता है। इस काम में नावेद का भाई कैफ और उसका दोस्त अकील भी शामिल है। हिंदू लड़कियों के अश्लील वीडियो बनाना, उन्हें अपने मोबाइल में रखना और धर्म परिवर्तन के लिए ब्लैकमेल करना क्या यही इनका काम है? कई मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया है कि ‘लव जिहाद’ करने के लिए मुस्लिम युवकों और उनके परिवार वालों को मोटी रकम मिलती है। जैन, हिंदू लड़कियों के लिए इनके रेट तय किए जाते हैं। अगर ये अपने नापाक मंसूबों में कामयाब हो जाते हैं तो इन्हें मोटी रकम के साथ अगला टारगेट दिया जाता है। जब तक ये पकड़े नहीं जाते तब तक अपने टारगेट पर काम करते रहते हैं।
आज कल सोशल मीडिया पर हिंदू लड़कियों को प्यार का झांसा देकर उनका जबरन धर्म परिवर्तन कराने का काम धड़ल्ले से हो रहा है। ऐसे में हिंदू लड़कियों को इन लव जिहादियों से सावधान होना होगा। उन्हें यह समझना होगा कि उनके खिलाफ सोची समझी साजिश चल रही है। झूठी पहचान बताकर सच्चा प्रेम करने का दावा करने वालों के झांसे में न आएं। यह न केवल एक लड़की, बल्कि उसके पूरे परिवार और समाज के लिए पीड़ादायक होता है।
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