अलीगढ़ में सोमवार सुबह एक सनसनीखेज वारदात घटी। बीएससी तृतीय वर्ष की छात्रा नगला तिकोना पर दो अज्ञात बदमाशों ने चाकू से जानलेवा हमला किया। यह घटना कॉलेज खुलने से ठीक पहले, लगभग साढ़े सात बजे हुई। उस समय कैंपस लगभग खाली था, इसलिए किसी ने शोर‑शराबा नहीं सुना। इस हमले ने पूरे कॉलेज परिसर में भय का वातावरण बना दिया है।
छात्रा का भाई उसे सुबह 7 बजे कॉलेज छोड़ गया। वह एनसीसी कैडेट थी, इसलिए उसके पास एनसीसी कक्ष की चाबी थी। वह एनसीसी रूम में बैठी थी। इसी बीच दो युवक कॉलेज‑परिसर में घुस आए। वे सीधे उस कक्षा तक पहुँचे जहाँ सपना अकेली बैठी थी। कुछ सेकण्ड में ही उन्होंने चाकू निकालकर वार कर दिए। अचानक हुए आक्रमण से सपना कुछ समझ नहीं पाई और वहीं बेहोश होकर गिर पड़ी। हमलावर परिसर से भाग निकले। कुछ देर बाद छात्रा को धीरे‑धीरे होश आया। उसने देखा कि उसके हाथ और पेट से खून निकल रहा है। उसने देखा कि उसके हाथ और पेट से खून निकल रहा था। उसने हिम्मत करके घर पर फोन किया। जैसे ही घरवालों को पता चला, वे तुरंत कॉलेज आए और उसे जल्दी से अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार करते हुए गहरे घावों पर टाँके लगाए। अभी उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
पुलिस‑प्रशासन ने घटना‑स्थल को सील कर फोरेंसिक टीम को बुलाया। फिलहाल, फोरेंसिक टीम ने सबूत जुटाए हैं। प्राचार्य के अनुसार कॉलेज के प्रवेश‑द्वार पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं; पुलिस फुटेज खंगाल कर हमलावरों की पहचान करने का प्रयास कर रही है। घायल सपना ने बताया कि वह गंगापुर की रहने वाली है और फिलहाल अपनी बुआ के घर रहकर पढ़ाई कर रही है। उसका किसी से कोई विवाद नहीं है और न ही किसी से दुश्मनी है। उसे समझ नहीं आ रहा कि उस पर हमला क्यों किया गया। घटना की खबर फैलते ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ता कॉलेज पहुँचे और सुरक्षा‑व्यवस्था पर नाराज़गी प्रकट की।
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