Nepal Rasuwagadhi Flood
चीन प्रशासित तिब्बत क्षेत्र में हिम ताल का तटबंध टूटने के कारण नेपाल के रसुवागढ़ी में आई बाढ़ से जनधन की व्यापक क्षति हुई है। चीन प्रशासन ने नेपाल सरकार को इस बारे में कोई पूर्व सूचना नहीं दी। यदि यह जानकारी समय पर मिल जाती तो तबाही को कुछ हद तक रोका जा सकता था।
राष्ट्रीय आपदा प्राधिकरण के प्रमुख दिनेश भट्ट ने बताया कि तिब्बत, चीन में ग्लेशियर के तटबंध टूटने और बाढ़ की पूर्व सूचना न मिलने के कारण नेपाल को भारी नुकसान हुआ है। भट्ट का दावा है कि सीमावर्ती क्षेत्र के जिलों को मानसून के बारे में सतर्क रहने की औपचारिक सूचना दी गई थी, लेकिन इतने बड़े पैमाने पर बाढ़ के बारे में कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई।
रसुवागढ़ी जिला प्रशासन ने गृह मंत्रालय को यह भी बताया है कि चीन ने इस बारे में कोई पूर्व सूचना नहीं दी थी। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता रामचंद तिवारी ने कहा कि यदि पूर्व सूचना मिल जाती तो जान-माल का बड़ा नुकसान टाला जा सकता था।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को आई विनाशकारी बाढ़ में बहे नौ लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं। 19 लोगों अभी भी लापता हैं। बाढ़ में 24 मालवाहक कंटेनर, 35 इलेक्ट्रिक व्हीकल, 6 छोटे ट्रक बह गए हैं। इसके अलावा चीन सरकार का निर्माणाधीन ड्राइपोर्ट बह गया है। नेपाल-चीन को जोड़ने वाले एकमात्र पुल भी बह गया। इस कारण से सड़क संपर्क टूट गया है।
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