देवेन्द्र फडणवीस
महाराष्ट्र में मराठी न बोल पाने पर हिंदी भाषी लोगों को पीटा और अपमानित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भाषा के नाम पर लोगों के साथ गुंडागर्दी और मारपीट करने के कई मामले सामने आने के बाद संज्ञान लिया है। उन्होंने शुक्रवार (4 जुलाई) को मीडिया से बातचीत में कहा कि मराठी के नाम पर किसी के साथ मारपीट और गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “मैं स्पष्ट शब्दों में बताना चाहता हूं कि महाराष्ट्र में मराठी भाषा पर गर्व करना कोई गलत बात नहीं है, लेकिन भाषा के चलते अगर कोई गुंडागर्दी करेगा तो इसको हम सहन नहीं करेंगे। जिस प्रकार की घटना हुई है उसके ऊपर पुलिस ने कार्रवाई भी की है और आगे भी अगर कोई इस तरह भाषा को लेकर विवाद करेगा तो उस पर कानूनी कार्रवाई होगी।”
उन्होंने अपनी बात जारी रखते हुए आगे कहा, “हमें अपनी मराठी पर अभिमान है, लेकिन भारत की किसी भी भाषा के साथ इस प्रकार से अन्याय नहीं किया जा सकता। ये भी हमको ध्यान में रखना होगा। मुझे तो कभी-कभी आश्चर्य होता है कि ये लोग अंग्रेजी को गले लगाते हैं और हिंदी के ऊपर विवाद करते हैं। ये कौन सा विचार है। इसलिए अब जो लोग कानून अपने हाथ में लेंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
‘क्या मुस्लिम इलाकों में टोपी पहनने वालों को मारेंगे ये लोग’
इससे पहले मराठी ना बोलने को लेकर एक फूड स्टॉल वाले के साथ हुई मारपीट के मामले फडणवीस सरकार में मंत्री नितेश राणे भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर चुके हैं। सोशल मीडिया पर उनका वीडियो खूब वायरल हो रहा है, जिसमें वह कह रहे हैं कि एक हिंदू को इसलिए मारा गया क्योंकि उसने मराठी नहीं बोली। अगर हिम्मत है तो मुंबई के नलबाजार, मोहम्मद अली रोड जैसे मुस्लिम इलाकों में जाकर लोगों से मराठी में बात करने को कहो। क्या उनमें इतनी हिम्मत है कि वहां जाकर टोपी पहनने वालों को मारेंगे?
राणे ने कहा कि क्या आमिर खान और जावेद अख्तर मराठी बोलते हैं? नहीं, लेकिन कोई उन्हें कुछ नहीं कहता। गरीब हिंदू अगर हिंदी बोलता है तो उसे मारा जाता है। राणे ने चेतावनी देते हुए यह भी कहा कि जो भी हिंदुओं पर दादागिरी करेगा, सरकार उस पर सख्त कार्रवाई करेगी। अब सरकार अपनी तीसरी आंख खोलेगी।
दरअसल, बीते दिनों महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कुछ कार्यकर्ता एक फूड स्टॉल वाले को मराठी नहीं बोलने पर अपमानित करते हुए देखे गए। फूड स्टॉल वाले ने मराठी बोलने से मना किया तो कार्यकर्ताओं ने उसके साथ मारपीट की। सोशल मीडिया पर घटना का वीडियो जमकर वायरल हुआ था। मनसे के अलावा उद्धव गुट के कार्यकर्ता भी भाषा के नाम पर लोगों से गुंडागर्दी करते हुए दिखाई दिए। पूर्व सांसद राजन विचारे के सामने उनके एक कार्यकर्ता ने मराठी नहीं बोलने पर दो लोगों थप्पड़ जड़ा था।
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