जहां भी आवश्यकता अनुभव होती है, वहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक सबसे पहले पहुंचकर सेवा का कार्य हाथ में लेते हैं। संघ के स्वयंसेवकों के सेवा कार्य कोई नई बात नहीं है। हर वर्ष की भांति, इस वर्ष भी पुरी की प्रसिद्ध रथयात्रा के दौरान संघ के स्वयंसेवक यात्रा में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए विभिन्न सेवा कार्य कर रहे हैं। भगवान जगन्नाथ की वार्षिक रथ यात्रा के अवसर पर पुरी में एक बार फिर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और उससे जुड़े संगठनों ने अनुशासित, समर्पित और संगठित सेवा कार्यों की मिसाल पेश की है।
रथ यात्रा 2025 के दौरान कुल 1,560 आरएसएस स्वयंसेवकों ने उत्कल विपन्न सहायता समिति के समन्वय में मानव सेवा की नौ प्रमुख योजनाओं का संचालन किया, जिनमें एम्बुलेंस कॉरिडोर बनाना, स्ट्रेचर सहायता, पीने का पानी वितरण, चिकित्सा सहायता, ट्रैफिक नियंत्रण और सफाई अभियान जैसे महत्वपूर्ण कार्य शामिल रहे। इसके साथ ही, विश्व हिन्दू परिषद, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, हिन्दू जागरण मंच, और भारतीय मजदूर संघ द्वारा भी पुरी के बड़ा दांड में सेवा कार्य किया जा रहा है। संघ के स्वयंसेवकों के इस तरह के सेवा कार्यों की प्रशंसा हो रही है।
संघ द्वारा किये जा रहे इस सेवा कार्य के संयोजक रुद्रनारायण महापात्र ने बताया कि पुरी रथयात्रा के अवसर पर उत्कल विपन्न सहायता समिति की ओर से, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संयोजन में, प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी 9 प्रकार के सेवा कार्य संचालित किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि रथयात्रा के दिन सुबह 8:30 बजे, भोलानाथ विद्यालय के पास स्थित समिति के प्राथमिक चिकित्सा केंद्र के सामने, सेवा कार्यों में सहयोग कर रहे स्वयंसेवकों की उपस्थिति में कार्यक्रम का औपचारिक उद्घाटन हुआ।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन संघ के पूर्व क्षेत्र के सह क्षेत्र प्रचारक जगदीश प्रसाद खाड़ंगा, क्षेत्र संपर्क प्रमुख विद्युत मुखर्जी, विश्व हिन्दू परिषद के अध्यक्ष प्रफुल्ल कुमार मिश्र, एवं समिति के अध्यक्ष अक्षय कुमार बिट द्वारा दीप प्रज्वलन करके किया गया।
उन्होंने बताया कि रथयात्रा के दौरान लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ में घायल होने और मूर्छित होने के मामले सामने आते हैं। इस कारण, घायल एवं मूर्छित श्रद्धालुओं को अस्पताल तक पहुंचाना, भीड़ के बीच एम्बुलेंस के लिए मानव श्रृंखला बनाकर मरीजों को सुरक्षित बाहर निकालना, सड़क पर अस्वस्थ होकर गिर पड़े भक्तों को स्ट्रेचर के माध्यम से एम्बुलेंस तक पहुंचाना, और तुरंत अस्पताल भेजना, साथ ही अस्पताल में डॉक्टर की सलाह से विभिन्न प्रकार की सेवाएं सुनिश्चित करने का कार्य स्वयंसेवकों द्वारा व्यवस्थित रूप से किया गया।
इस वर्ष जिन प्रमुख सेवाओं का संचालन किया गया, उनमें एम्बुलेंस कॉरिडोर, एम्बुलेंस सेवा, स्ट्रेचर सेवा, ट्रैफिक सेवा, जल वितरण, जल छिड़काव, अस्पताल सेवा, बड़ा दांड (जिस मार्ग पर रथयात्रा आयोजित होती है) की सफाई, तथा प्राथमिक चिकित्सा शामिल हैं।
उन्होने बताया कि इन सेवा कार्यों में कुल 1,560 स्वयंसेवक कार्यरत रहे। घायल भक्तों को अस्पताल पहुँचाने के लिए दो एम्बुलेंस में दो चरणों में 20 स्वयंसेवक, जल वितरण के लिए 5 स्थानों पर दो चरणों में 25, जल छिड़काव के लिए 10 स्प्रेयर्स में दो चरणों में 40, 10 स्ट्रेचर के लिए दो चरणों में 80, दो मेडिकल केन्द्रों में 200, बड़ा दांडा की सफाई के लिए 200, प्राथमिक चिकित्सा के लिए 5 डॉक्टर, 2 फार्मासिस्ट और 4 सहायक मिलाकर कुल 11, ट्रैफिक सेवा में 100, तथा रथ के सामने से मेडिकल चौक तक एम्बुलेंस कॉरिडोर बनाने के लिए 884 स्वयंसेवकों को जिम्मेदारी दी गई थी।
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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, ओडिशा पूर्व प्रांत के प्रांत प्रचारक विपिन प्रसाद नंद, सह प्रांत प्रचारक असीत कुमार साहू, प्रांत सेवा प्रमुख शांतनु माझी, विभाग सेवा प्रमुख रंजन महारणा, विभाग प्रचारक चंद्रशेखर महापात्र, विभाग सह संपर्क प्रमुख बामदेव नायक, जिला कार्यवाह सर्वेश्वर बिशोई, तथा उत्कल विपन्न सहायता समिति के रथयात्रा सेवा संयोजक रुद्रनारायण महापात्र के नेतृत्व में इन सभी सेवा कार्यों का सफल संचालन किया गया।
पुरी रथयात्रा के दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा श्रद्धालुओं के लिए विभिन्न सेवा कार्य किये गये। परिषद के कार्यकर्ता भीड़ नियंत्रण के साथ-साथ बीमार श्रद्धालुओं को एम्बुलेंस तक पहुँचाने और एम्बुलेंस को निकालने के लिए मानव श्रृंखला बनाने में सहयोग किया।
परिषद से जुड़े मेडीविजन द्वारा एम्बुलेंस सेवा और अस्थायी स्वास्थ्य कैंप चलाया गया। इसमें परिषद से जुड़े डॉक्टरों ने बीमार श्रद्धालुओं की प्राथमिक चिकित्सा और दवाइयाँ वितरित कीं। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मुकेश महालिंग ने इस सेवा का उद्घाटन किया और इस दौरान एबीवीपी के कार्यों की सराहना की।
इसके साथ-साथ परिषद के कार्यकर्ताओं ने प्लास्टिक मुक्त रथयात्रा अभियान चलाया और पुरी के बड़ा दांडा में सफाई का अभियान भी चलाया। इसी तरह विश्व हिन्दू परिषद और हिन्दू जागरण मंच द्वारा भी श्रद्धालुओं के लिए भंडारा और अन्य सेवा कार्य किए जा रहे हैं।
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