इजरायल ईरान युद्ध के मध्य अब अमेरिका की ऑफिशियल एंट्री हो गई है। अमेरिकी सेना ने भी ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला बोल दिया है। अमेरिका ने अपने बमवर्षक B-2 बॉम्बर्स से तीन न्यूक्लियर साइट पर हमले किए हैं।
न्यूयॉर्क टाइम्स ने तीन वरिष्ठ ईरानी अधिकारियों के हवाले से इस बात की पुष्टि की है। अमेरिका ने बताया कि अमेरिका ने ईरान में सुबह करीब 2:30 बजे फोर्डो और नतांज पर बमबारी की।
ट्रंप ने कहा-सफल हमला
इस हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शनिवार को घोषणा की, “हमने ईरान में फोर्डो, नतांज और एस्फाहान सहित तीन परमाणु स्थलों पर अपना बहुत सफल हमला पूरा कर लिया है।”
उन्होंने कहा कि सभी विमान अब ईरान के हवाई क्षेत्र से बाहर हैं। उन्होंने इस बात की भी पुष्टि की कि प्राथमिक स्थल फोर्डो पर बमों का पूरा पेलोड गिराया गया है। अब सभी विमान वापस अपने घर लौट रहे हैं। ट्रंप ने कहा कि दुनिया में कोई और सेना नहीं है, जो ऐसा कर सके। लेकिन, अब शांति का समय है।
ईरान ने अमेरिकी हमले को कहा बेकार
अमेरिकी हमलों के बाद ईरान की सरकारी टीवी ने दावा किया कि अमेरिकी हमलों से कुछ वक्त पहले ही ईरान ने तीनों ही परमाणु ठिकानों को खाली करा लिया था। बता दें कि अमेरिकी बॉम्बर्स ने फोर्डो, नतांज और इस्फहान परमाणु सुविधाओं पर एयर स्ट्राइक की थी।
ईरान ने कहा कि परमाणु स्थलों की अमेरिकी राष्ट्रपति को लेकर कहा कि ट्रंप आमतौर पर झांसा देते हैं। ईरानी टीवी ने दावा किया कि इस्लामिक रिपब्लिक के परमाणु उद्योग को बमबारी करके नष्ट नहीं किया जा सकता है।
संयुक्त राष्ट्र ने किया अमेरिकी हमले का विरोध
हालांकि, संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों ने अमेरिकी हमलों की कड़ी निंदा की है। संयुक्त राष्ट्र ने इसे अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करार दिया है। ईरान में मानवाधिकारों पर विशेष प्रतिवेदक सहित विशेष प्रतिवेदकों के समूह ने इजरायल पर ईरानी मिसाइल हमलों पर भी आपत्ति जताई है। संयुक्त राष्ट्र ने एक बयान में कहा कि ये (इजरायली) हमले अंतर्राष्ट्रीय कानून के मौलिक सिद्धांतों का घोर उल्लंघन दर्शाते हैं।
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