अंतरराष्ट्रीय योग दिवस-2025 को आज विश्वभर में 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस बनाया जा रहा है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में करीब 5 लाख लोगों के साथ योग किया। लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज दुनिया किसी न किसी तनाव से गुजर रही है। कई क्षेत्रों में तनाव और अशांति बढ़ रही है। ऐसे में योग से हमें शांति मिलती है। इस वर्ष योग का थीम “योग फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ” रहा, जो व्यक्तिगत और वैश्विक कल्याण के बीच सामंजस्य को दर्शाता है।
विशाखापट्टन में योग के लिए 26 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर
योग की भव्यता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसके लिए सरकार ने रामकृष्णा बीच से भोगापुरम तक 26 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर बनाया। योग में 5 लाख लोग शामिल हुए। सुबह 6:30 से 7:45 बजे तक विशाखापट्टनम के रामकृष्णा बीच पर कॉमन योगा प्रोटोकॉल (CYP) के तहत योग किया गया। इस मेगा इवेंट में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू, उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी हिस्सा लिया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में प्राचीन संस्कृत वाक्य “सर्वं विश्वेन संनादति” का उल्लेख करते हुए कहा कि योग विश्व को एकता और शांति के सूत्र में पिरोता है। उन्होंने योग को न केवल शारीरिक, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के लिए भी महत्वपूर्ण बताया।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि जब व्यक्ति अपने हित से ऊपर उठकर समाज की सोचता है, तभी पूरी मानवता का हित होता है। भारत की संस्कृति हमें सिखाती है- सर्वे भवंतु सुखिनः यानी सभी का कल्याण ही मेरा कर्तव्य है। मैं से हम की यात्रा ही सेवा, समर्पण और सह-अस्तित्व का आधार है।
जब हुई अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए 2014 के उस अविस्मरणीय क्षण को भी याद किया, जब दुनिया ने योग को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में स्वीकारा। उन्होंने कहा कि 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मान्यता मिले और तब कम से कम समय में दुनिया के 175 देश हमारे इस प्रस्ताव के साथ खड़े हुए थे। ऐसा समर्थन हासिल करना कोई सामान्य घटना नहीं थी। प्रधानमंत्री कहते हैं कि ये केवल एक प्रस्ताव को समर्थन नहीं, बल्कि मानवता की भलाई के लिए दुनिया का सामूहिक प्रयास था।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड की ओर कदम
आंध्र प्रदेश की चंद्रबाबू नायडू सरकार ने 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को ऐतिहासिक बनाने के लिए व्यापक तैयारियां की हैं। इस बार योग के लिए राज्य में 2.39 करोड़ लोगों ने योग दिवस के लिए पंजीकरण कराया, जो शुरुआती अनुमान 2 करोड़ से कहीं अधिक है। 25,000 आदिवासी छात्रों ने आंध्र यूनिवर्सिटी में 108 मिनट तक सूर्य नमस्कार कर एक नया विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया। इस “योगांध्र” पहल के तहत राज्य में 1.3 लाख स्थानों पर योग सत्र आयोजित किए गए, जिसमें 3.32 लाख टी-शर्ट और 5 लाख योगा मैट वितरित किए गए।
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