गुजरात के अहमदाबाद में विमान हादसे के बाद से लगातार एक के बाद कई घटनाएं विमानों में तकनीकी गड़बड़ी और धमकियों को लेकर सामने आ रही हैं। इसी क्रम में दो अन्य मामले सामने आए हैं, जिसने सुरक्षा संबंधी चिंताओं को बढ़ा दिया है। ताजा मामला 18 जून का है, जब दिल्ली से बेंगलुरू जा रही एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट संख्या IX-768 में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक महिला यात्री ने विमान के चालक दल को विमान को क्रैश कराने की धमकी दे डाली।
रिपोर्ट्स के अनुसार, महिला जिसकी पहचान हीरल मोहनभाई (38) के तौर पर हुई है, जो पेशे एक डॉक्टर हैं। उसने विमान के क्रू से बहस के दौरान ये धमकी दे दी थी। चालक दल ने तुरंत पायलट को सूचित किया। विमान को बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षित लैंडिंग की। लैंडिंग के बाद, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने महिला को हिरासत में लिया। प्रारंभिक जांच से पता चला कि महिला मानसिक तनाव से गुजर रही थी, और उसकी धमकी का कोई ठोस आधार नहीं था।
फिर भी, सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत विमान की गहन जांच की गई, जिसमें कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। एयर इंडिया एक्सप्रेस ने बयान जारी कर कहा कि वे यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं। पुलिस ने महिला के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 351(2) और विमानन सुरक्षा नियमों के तहत मामला दर्ज किया है। बताया जाता है कि आरोपी महिला डॉक्टर ने सीट पर अपना सामान रखा हुआ था, लेकिन जब केबिन क्रू ने उन्हें इसे कंपार्टमेंट में रखने को कहा तो इसी को लेकर उसकी बहस हो हुई थी।
इंडिगो में तकनीकी खराबी
इसके ठीक अगले ही दिन 19 जून को इंडिगो की उड़ान 6E-5314, जो चेन्नई से मुंबई जा रही थी, को टेकऑफ के लगभग 30 मिनट बाद तकनीकी खराबी का सामना करना पड़ा। पायलट ने इंजन से असामान्य आवाज और तकनीकी समस्या का अनुभव किया, जिसके बाद सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए विमान को चेन्नई वापस लौटाया गया। उड़ान में 180 यात्री और 6 चालक दल के सदस्य सवार थे। विमान की सुरक्षित लैंडिंग के बाद, सभी यात्रियों को दूसरी उड़ान में स्थानांतरित किया गया।
इंडिगो ने बयान में कहा कि यह एहतियाती कदम था, और प्रभावित यात्रियों को असुविधा के लिए मुआवजा दिया जाएगा। तकनीकी विशेषज्ञों की टीम ने विमान की जांच शुरू की, जिसमें इंजन के एक हिस्से में खराबी की बात सामने आई।
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