पंजाब के पटियाला में पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के पांच शातिर अपराधियों को भारी मात्रा में हथियारों के साथ काबू किया है। इन आरोपियों का लम्बा अपराधिक इतिहास रहा है। गिरफ्तार आरोपियों में से तीन उत्तर प्रदेश के हैं। आरोपियों के पास से 30 और 32 बोर के 3-3 पिस्टल, 315 बोर का देसी कट्टा और 10 मैगजीन व 11 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। पैसों के लिए अपराध जगत से जुड़े यह आरोपी सुपारी लेकर कत्ल व अन्य संगीन वारदातों को अंजाम देते थे।
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने पंजाब में कईं जगहों समेत पटियाला की रेकी की हुई थी और कई टारगेट किलिंग की वारदातों को अंजाम देना था। आरोपियों ने पटियाला की पंजाबी यूनिवर्सिटी के सामने साल 2022 में हुए भिंदा कत्ल केस के अहम गवाह की भी रेकी की थी।
पकड़े आरोपियों की पहचान तेजिंदर सिंह उर्फ फौजी निवासी गांव दौणकलां, राहुल कद्दू निवासी यूपी हाल निवासी जीरकपुर मोहाली, विपल कुमार बिट्टू निवासी गांव रामनगर मेरठ यूपी, सुखचैन सिंह उर्फ सुक्खी निवासी गांव सियालू घनौर, देव कर्ण निवासी गांव कल्याणपुर मेरठ यूपी के तौर पर हुई है। सभी आरोपी सुपारी लेकर हत्या व अन्य संगीन वारदातों को अंजाम देते थे।
एसएसपी वरुण शर्मा ने बताया कि 24 मई 2025 को गांव दौणकलां निवासी दलविंदर सिंह पुत्र गुरमेल सिंह पर करीब 8 अज्ञात व्यक्तियों ने जान से मारने की नीयत से हमला किया था। हमलावरों ने उसकी टांग व बाजुओं पर तलवारों व रॉड से हमला किया था। घायल के बयानों के आधार पर तेजिंदर सिंह उर्फ फौजी व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। तेजिंदर सिंह फौजी वर्ष 2022 में एक मामले में जेल में बंद है, उसे 13 जून को केंद्रीय जेल फिरोजपुर से प्रोडक्शन वारंट हासिल करके मामले में गिरफ्तार किया गया था। उसने पूछताछ के दौरान कबूल किया कि जेल में रहते हुए उसने सुखचैन सिंह सुक्खी, राहुल कद्दू, विपल कुमार बिट्टू व देव कर्ण से दलविंदर सिंह की मारपीट कराई थी। जिसके आधार पर मामले में इन चारों आरोपियों को भी नामजद किया गया और सुखचैन सिंह उर्फ सुक्खी व राहुल उर्फ कद्दू को उसी दिन गिरफ्तार कर लिया गया था।
पूछताछ के दौरान विपल कुमार बिट्टू व देव कर्ण ने बताया कि झगड़े वाले दिन उनके पास एक पिस्टल 32 बोर व 7 जिंदा कारतूस, 2 मैगजीन व एक देसी कट्टा अवैध 315 बोर समेत 1 जिंदा कारतूस था, जो उन्होंने झगड़े के बाद राजा फार्म बहादुरगढ़ के पास कहीं दबा कर रख दिया था। एसएसपी ने बताया कि पुलिस की ओर से इन हथियारों को भी बरामद कर लिया गया है।
एसएसपी ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि ये हथियार मध्य प्रदेश से सस्ते दामों पर लाकर मांग के अनुसार महंगे दामों पर बेचते थे। आरोपियों ने कबूल किया कि लड़ाई से पहले उन्होंने 5 अन्य हथियार किसी छुपा रखे थे। इन्हें भी 18 जून 2025 को बरामद कर लिया है, जिनमें तीन 30 बोर पिस्टल, दो 32 बोर पिस्टल, 8 मैगजीन व 3 जिंदा कारतूस हैं। आरोपियों की अदालत से रिमांड लेकर उनसे और पूछताछ की जा रही है।
एसएसपी ने उक्त हमले का कारण रंजिश बताते हुए कहा कि भिंदा हत्याकांड में तेजिंदर सिंह उर्फ फौजी मृतक के परिवार पर राजीनामा करने का दबाव बना रहा था। मृतक भिंदा का दोस्त दलविंदर सिंह उसके परिवार को राजीनामा करने से रोक रहा था। इसके चलते रंजिश में तेजिंदर सिंह ने दलविंदर सिंह पर हमला कराया था। तेजिंदर सिंह व राहुल उर्फ कद्दू एक साथ जेल में रह चुके हैं, जहां से वे सभी एक दूसरे के परिचितों के माध्यम से संपर्क में आए और लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप से संबंधित हैं। जेल से ही बातचीत करके व योजना बनाकर सभी वारदातों को अंजाम देते थे। तेजिंदर सिंह फौजी के खिलाफ जिले के अलग-अलग थानों में आधा दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं। राहुल उर्फ कद्दू के खिलाफ भी दो व विपल कुमार के खिलाफ एक मामला दर्ज है।
पटियाला के थाना अर्बन एस्टेट स्थित पंजाबी यूनिवर्सिटी के सामने अप्रैल 2022 में दौणकलां स्पोर्ट्स क्लब के प्रधान धरमिंदर सिंह उर्फ भिंदा (32) निवासी दौणकलां की गोलियां मार हत्या कर दी थी। भिंदा लगातार कबड्डी को प्रमोट कर रहा था। भिंदा जमींदार परिवार से था और उसकी काफी जमीन भी थी। गांव में कुछ समय पहले दो गुटों का आपस में झगड़ा हो गया था। इसी के समझौते के लिए दोनों गुटों के लोग पंजाबी यूनिवर्सिटी के नजदीक इकठ्ठा हुए थे। भिंदा भी वहां पहुंचा था और इसी दौरान उसे गोलियां मार दी गई थी। पुलिस आरोपियों से और भी पूछताछ कर रही है।
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