नई दिल्ली । 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (आईडीवाई) 2025 की पूर्व संध्या पर, अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआईआईए) ने योग के वैश्विक संदेश के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण `भूमिका निभाई है। यह संदेश सद्भाव और समग्र कल्याण से जुड़ा है। आयुष मंत्रालय के 10 विशेष कार्यक्रमों के अंतर्गत, एआईआईए ने दिल्ली और गोवा के अपने परिसरों में योग से जुड़े कई विशेष कार्यक्रम आयोजित किए। ये कार्यक्रम 21 जून 2025 को “योग संगम” मुख्य आयोजन के साथ सम्पन्न होंगे।
योग संगम नामक मुख्य कार्यक्रम 21 जून को आयोजित किया जाएगा। इसमें दो महत्वपूर्ण स्थलों पर सामान्य योग प्रोटोकॉल (सीवाईपी) के आधार पर सामूहिक योग प्रदर्शन किया जाएगा :
- सर्वोच्च न्यायालय, भारत
- केंद्रीय विद्यालय एनटीपीसी मैदान, बदरपुर (नई दिल्ली)
- इसकी अगुआई एआईआईए, नई दिल्ली द्वारा की जाएगी।
- “योग संगम” आईडीवाई 2025 का सबसे प्रमुख कार्यक्रम है। इसमें सामान्य योग प्रोटोकॉल के आधार पर योग प्रदर्शन किया जाएगा। यह 21 जून 2025 को भारत भर में 2,00,000 से ज्यादा जगहों पर एक साथ होगा। देश स्तर पर इसका नेतृत्व माननीय प्रधानमंत्री विशाखापत्तनम, आंध्र प्रदेश से करेंगे।
- नई दिल्ली में 2,000 से ज्यादा लोग शामिल होंगे, जैसे छात्र, डॉक्टर, वकील, योग प्रेमी और स्थानीय लोग।
प्रोफेसर (डॉ.) मंजुषा राजगोपाल, निदेशक, एआईआईए के नेतृत्व में कई महत्वपूर्ण कार्यकलाप हुए-
योग समावेश : 3 दिन की आयंगर योग कार्यशाला (9-11 जून) और सत्कर्म (शुद्धिकरण तकनीक) सत्र (17-18 जून), जो चिकित्सीय योग और आंतरिक शुद्धि को बढ़ावा देते हैं।
योग अनप्लग्ड : युवाओं के लिए योगासन और क्विज प्रतियोगिताएँ, और “बुढ़ापे में योग” पर खास सत्र, जो हर उम्र के लोगों के कल्याण पर ध्यान देता है।
हरित योग : 16 जून को परिसर में 100 से ज्यादा औषधीय पौधारोपण किया गया, जो योग और प्रकृति के संबंध को सुदृढ़ करते हैं।
संयोग : भगवद गीता व्याख्यान श्रृंखला शुरू की गई, जो योग की पुरातन शिक्षाओं को समझाती है।
योग प्रभाव : अतिथि व्याख्यान, जिसमें एम्स के शिक्षकों ने जीनेटिक्स और सहज योग पर सत्र लिए, जो भावनात्मक कल्याण के लिए हैं।
इस संबंध में, प्रोफेसर (डॉ.) मंजुषा राजगोपाल ने कहा, “योग सिर्फ अभ्यास नहीं, बल्कि संतुलित जीवन का तरीका है। इन विशिष्ट कार्यक्रमों से हम आयुर्वेद, पुरातन ज्ञान और आधुनिक विज्ञान को जोड़कर लोगों के स्वास्थ्य और मजबूती को बढ़ाना चाहते हैं।”
एआईआईए गोवा द्वारा भी 10 विशेष कार्यक्रमों में हिस्सा लिया गया:
- गोवा के ऐतिहासिक स्थलों पर हरित योग कार्यकलाप
- सामूहिक योग प्रदर्शन, योग जागरूकता अभियान, चिकित्सा शिविर, स्कूल कार्यक्रम और प्रतियोगिताएँ।
- गोवा में मुख्य आईडीवाई कार्यक्रम पेड्डेम स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, मापुसा में होगा। इसमें दो घंटे का जागरूकता और सामान्य योग प्रोटोकॉल सत्र होगा। इसमें श्रीमती गीता नागवेनकर, कार्यकारी निदेशक, स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ गोवा, और श्री मनोज पाटिल, गोवा बैडमिंटन एसोसिएशन मौजूद रहेंगे।
- ये कार्यकलाप प्रोफेसर डॉ. सुजाता कदम, डीन, और प्रोफेसर डॉ. मोहन जोशी, असोसिएट-डीन, एआईआईए गोवा के मार्गदर्शन में हो रहे हैं।
प्रोफेसर डॉ. सुजाता कदम ने कहा, “इस आयोजन से एआईआईए गोवा योग के प्राचीन विज्ञान को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता प्रदर्शित होती है, जो वैश्विक स्वास्थ्य, सद्भाव और कल्याण के लिए है।”
इस समारोह से अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान योग के कालातीत विज्ञान को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराता है, जो वैश्विक स्वास्थ्य, सद्भाव और कल्याण के लिए है।
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