जैसा कि माना जा रहा था, जिन्ना के देश का फौजी जनरल अमेरिका के दौरे पर अपनी जबरदस्त बेइज्जती के बावजूद, भारत विरोधी जहर उगलने से बाज नहीं आया। जनरल असीम मुनीर की यह बेइज्जती भी की तो अमेरिका में बसे पाकिस्तानियों ने ही। उन्हें खून का प्यास, हत्यारा, इस्लामाबाद का कातिल, युद्धोन्मादी वगैरह विशेषणों से नवाजा गया। जिस होटल में मुनीर टिका है उसके सामने पाकिस्तानियों ने उसके विरुद्ध ही प्रदर्शन किया। ऐसे में कुछ चुनिंदा पाकिस्तानियों को बुलाकर मुनीर ने उन्हें भाषण सुनाया जिसमें अपनी कमअक्ली ही दिखाई। झूठ का पुलिंदा खोलते हुए मुनीर ने आपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान की जीत के फर्जी दावे किए। इतना ही नहीं, पूरी बेशर्मी दिखाते हुए भारत से बार बार पिटे जिन्ना के देश के फौजी कमांडर ने 1971 युद्ध का जिक्र किया और कहा कि उसका ‘बदला लेकर रहेंगे’।
पाकिस्तानी सेना प्रमुख सैयद असीम मुनीर अपनी बातों से अमेरिका में पाकिस्तान की जितनी बेइज्जती हो सकती है उतनी करने की कोशिश कर रहा है। पाकिस्तानी समुदाय को संबोधित करते हुए भारत के खिलाफ जहर उगलते हुए उन्होंने जहां आपरेशन सिंदूर में ‘भारत पर पाकिस्तान की जीत’ का झूठा दावा किया वहीं भारत के खिलाफ साइबर हमले तथा अपनी पिटी हुई सेना की सैन्य क्षमताओं को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया।

इसके अलावा भी मुनीर ने अपने भाषण में कई विवादास्पद बातें कहीं, जैसे उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान ने भारत के विरुद्ध चीन के साथ मिलकर युद्ध लड़ा है। कहा कि ‘पाकिस्तानी साइबर हमलावरों ने भारत के 70 प्रतिशत ग्रिड स्टेशन हैक कर दिए’। ये ऐसे फर्जी दावे हैं जो उनके मसखरों सी हरकत करने वाले एंकर और तथाकथित रक्षा विशेषज्ञ अपने टीवी चैनलों पर करते रहे हैं।
🚨 “Islamabad ka Qaatil!”
Overseas Pakistanis erupt in chants against Asim Munir during his US visit 🇺🇸Massive protest held — digital vans, posters, and powerful slogans shook the streets. pic.twitter.com/tJEYvAPcDV
— Eye on Pakistan (@eyeonpakistan_) June 16, 2025
अपने भाषण में मुनीर ने यह भी कहा कि ‘पाकिस्तानी ड्रोन दिल्ली और गुजरात तक पहुंचे और भारतीय ट्रेन सिस्टम को हैक किया’। बड़बोले पाकिस्तानी जनरल ने तो यहां तक कह दिया कि ‘कश्मीर को लेकर जल्द ही अच्छी खबर आने वाली है’।
1971 की बात करें तो भारत और पाकिस्तान के बीच हुए उस युद्ध में भारत ने पाकिस्तान को जबरदस्त मार मारी थी और बांग्लादेश का निर्माण हुआ था। वह युद्ध पाकिस्तान के लिए एक ऐतिहासिक पराजय थी, जिसमें उसके 93000 जवानों को भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण करना पड़ा था।
इसी तरह मुनीर ने ऑपरेशन सिंदूर में ‘पाकिस्तान की जीत’ का झूठा दावा किया। जबकि भारत ने इस संघर्ष में अपनी सैन्य श्रेष्ठता साबित की है। उसके बाद से ही पाकिस्तान दुनिया को अपने फर्जी दावे सुनाता आ रहा है जिसके पीछे वह कोई ठोस प्रमाण पेश नहीं करता है।

मुनीर के इस तरह के बयान उसे फील्ड मार्शल तो क्या एक आम जवान से भी कमअक्ल का दिखाते हैं। हालांकि भारत ने अभी तक इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन यह स्पष्ट है कि पाकिस्तान का फौजी कमांडर भारत के विश्वव्यापी प्रभाव से घबराया हुआ है और ऐसी फर्जी बयानबाजी करके वह अपने देश की इस्लामी देशों में बची—खुची साख को ही धूमिल ही करने का प्रयास कर रहा है।
कहना न होगा कि अमेरिका में मुनीर का यह भाषण जिन्ना के देश के फर्जी राजनीतिक और सैन्य प्रचार का हिस्सा ही है। इसका उद्देश्य सिर्फ पाकिस्तानी जनता को भारत के खिलाफ भड़काना और अपनी सेना की कमजोरी को छिपाना ही हो सकता है। इसलिए, जैसा पहले कहा, मुनीर की यह बयानबाजी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की छवि को और गर्त में धकेल सकती है।
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