मुंबई के भांडुप पश्चिम इलाके में स्थित क्रोमा स्टोर में एक हिंदू कर्मचारी को अपना तिलक मिटाने के लिए कहा गया, जिसे लेकर विवाद फैल गया है। यह घटना 7 जून को ईद-उल-अजहा (बकरीद) की है, लेकिन इसका वीडियो मंगलवार (17 जून 2025) को सामने आया। रिपोर्ट्स के अनुसार, युवक की पहचान रितेश शर्मा के रूप में हुई है, जिसे उसके सीनियर राशिद ने अपने माथे से तिलक हटाने और स्टोर से बाहर जाने के लिए कहा था।
घटना के कुछ दिन बाद सामने आया यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं को रााशिद को समझाते हुए देखा जा सकता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि किसी भी कर्मचारी को अपने धर्म का पालन करने के लिए शर्मिंदा नहीं किया जाना चाहिए। कार्यकर्ता ने राशिद को शर्मा से माफी मांगने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि ऐसे किसी भी कंपनी का नाम खराब नहीं करना चाहिए। लेबर लॉ में कहां लिखा है कि कोई कर्मचारी तिलक लगाकर काम नहीं कर सकता। बकरीद पर जानबूझकर हिंदू-मुस्लिम क्यों किया जा रहा है? किसी को केवल तिलक लगाने के लिए परेशान कर रहे हो, इस घिनौने कृत्य के लिए तुम्हें माफी मांगनी चाहिए। कार्यकर्ता ने स्टोर के मैनेजर राशिद को वार्निंग लेटर जारी करने का आग्रह भी किया। इसके बाद वरिष्ठ अधिकारी ने सबके सामने राशिद को चेतावनी दी कि अगर उसने भविष्य में कभी भी किसी भी कर्मचारी के साथ ऐसा व्यवहार किया तो वे उसके खिलाफ सख्त एक्शन लेंगे। इसके बाद राशिद ने जितेंद्र से सबके सामने माफी मांगी। क्रोमा सेंटर के कर्मचारियों और हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं के बीच तीखी बहस का यह वीडियो देखने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स ने भी आक्रोश व्यक्त किया है। वह ज्यादा से ज्यादा इस वीडियो को एक्स पर शेयर कर रहे हैं। हालांकि, अभी तक शर्मा ने कोई पुलिस शिकायत दर्ज नहीं कराई है।
वहीं, रितेश शर्मा का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें उसने अपनी आपबीती बताई है। उन्होंने कहा, “हरे कृष्णा, मेरा नाम रितेश शर्मा है। मैं भांडुप क्रोमा का कर्मचारी हूं। वहां के मैनेजर का नाम राशिद मुकादम है, जिसको मेरे तिलक लगाने से आपत्ति थी। बकरीद के दिन उन्होंने मुझसे कहा कि आपको तिलक लगाकर नहीं आना है। अगर आपको इस स्टोर पर रहना है तो अपना तिलक धो दो। इस बात की जानकारी मैंने मनसे के कार्यकर्ताओं को दी। उन्होंने तुरंत इस पर कार्रवाई की और मुझे न्याय मिला। इसके लिए मैं राज ठाकरे और अमित ठाकरे का आभार प्रकट करता हूं।”
Rashid, a supervisor at Croma told his subordinate Jitesh Sharma to wipe of his tilak – what followed is worth watching
Very well handled by the person in olive green who ensure this Rashid was issued a warning letter & also made to apologise pic.twitter.com/levJPqrut6
— Sameer (@BesuraTaansane) June 17, 2025
इस घटना ने कार्यस्थल पर धार्मिक स्वतंत्रता पर व्यापक चर्चा को जन्म दिया है, जिसमें कई लोगों ने जोर देकर कहा है कि आस्था आधारित अभिव्यक्तियों का सम्मान किया जाना चाहिए। इसे पुलिस द्वारा नियंत्रित नहीं किया जाना चाहिए। खासकर भारत जैसे धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र में। वायरल वीडियो पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एक्स पर बबली सिंह नाम की यूजर ने लिखा, “राशिद और इस क्रोमा स्टोर के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।”
द रिचा कनेक्ट नाम की यूजर लिखती हैं, “अच्छा है। हिंदुओं को और ताकत मिले जो अब अपने धर्म और उसे अभिव्यक्त करने की स्वतंत्रता के लिए खड़े होंगे। इस एकतरफा तुष्टिकरण से बहुत हो गया।”
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