राजस्थान के भरतपुर जिले से परेशान करने वाला मामला प्रकाश में आया है, जहां एक 25 वर्षीय हिन्दू महिला ने आत्महत्या कर ली। मरने से पीड़िता ने एक वीडियो में ससुराल वालों पर ईसाई मतांतरण औऱ दहेज मांगने का आरोप लगाया है। पीड़िता ने कहा कि उस पर ईसाई बनने का दबाव बनाया जा रहा है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पीड़िता का विवाह इसी साल 21 जनवरी को खैरताल तिजारा जिले के पडीसल बस्सी गांव के लक्ष्मण के साथ हुआ था। पीड़िता ने अपनी मौत के लिए पति लक्ष्मण, सास रामदेई और देवरों अरुण और रोहताश को दोषी ठहराया है।
क्या है पूरा मामला
मामला कुछ यूं है कि भरतपुर जिले के तालीमपुर गांव के रहने वाले ठाकुर उदय सिंह की बेटी मंजा का विवाह पडीसल बस्सी के रहने वाले लक्ष्मण राजपूत के साथ होता है। शादी से पहल तक ल़ड़की वालों को नहीं पता होता कि वे ईसाई मत को मानने लगे हैं। शादी के बाद जब मंजा ससुराल पहुंची तो पहले तो कुछ दिन ठीक रहा, लेकिन सभी ने अपने रंग दिखाने शुरू कर दिए। ससुरालियों ने मंजा पर दहेज देने और ईसाई बनने के लिए दबाव बनाया। लेकिन जब वह इसके लिए तैयार नहीं हुई तो उन्होंने उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। इस प्रताड़ना से तंग मंजा अपने मायके चली आई।
वीडियो में बताई सच्चाई
रविवार (15, जून, 2015 ) को आत्महत्या करने से पहले मंजा अपने कमरे में जाती है और एक भावुक वीडियो रिकॉर्ड करती है। वह कहती है, “मुझे माफ कर दो पापा! लक्ष्मण, रामदेई और रोहताश मेरी मौत के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने मुझे धर्म परिवर्तन और दहेज के लिए बहुत प्रताड़ित किया।” इसके साथ ही वह आरोपियों को फांसी की सजा दिलाने की अपील करती है।
मांगते थे बुलेट
मंजा के पिता उदय सिंह ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी के ससुरालियों ने उनकी बेटी से एक बुलेट और एक लाख रुपए नकद समेत बाकी सामानों की मांग की थी। उन्होंने पुलिस को बताया कि आत्महत्या के एक माह पहले ही मंजा ने अपने साथ की गई ज्यादती के बारे में बताया था। उसने ये भी बताया था कि पादरी उसके ससुराल में आते हैं और ईसाई बनने के लिए मजबूर करते हैं। बहरहाल, अधिकारियों को मंजा का फोन मिला है, जिसमें उसके वीडियो फुटेज हैं। पुलिस इसी को सबूत मानकर चल रही है।
टिप्पणियाँ