गुजरात

अहमदाबाद विमान हादसा: तीसरे दिन 19 डीएनए सैंपल मैच, एक और शव मिला, विदेशी नागरिकों के परिजनों से संपर्क

अहमदाबाद विमान हादसे के तीसरे दिन 19 शवों के डीएनए सैंपल का मिलान पूरा, एक शव परिजनों को सौंपा गया। सरकार की विशेष व्यवस्था, विदेशी नागरिकों के परिजनों से संपर्क।

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सोनल अनडकट

कर्णावती: गांधीनगर अहमदाबाद विमान दुर्घटना के तीसरे दिन मृतकों के परिजनों के डीएनए सैंपल मिलान की प्रक्रिया जारी है और राज्य सरकार द्वारा दिए गए आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 19 डीएनए सैंपल का सफलतापूर्वक मिलान हो चुका है। जिसमें से एक शव को उसके परिजनों को सौंप भी दिया गया है। गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने भी गांधीनगर में एफएसएल प्रयोगशाला और एनएफएसयू का दौरा किया और डीएनए मिलान प्रक्रिया की समीक्षा की। इस पूरी प्रक्रिया के बीच आज विमान की पूंछ हटाते समय एक और शव मिला। माना जा रहा है कि यह शव एयर होस्टेस का है। दूसरी ओर, जिस हॉस्टल बिल्डिंग में विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, उसे खाली करा दिया गया है और सरकार ने सभी मेडिकल छात्रों के लिए वैकल्पिक आवास की व्यवस्था भी कर दी है।

अहमदाबाद विमान हादसे के तीसरे दिन सरकार से प्राप्त आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 19 शवों के डीएनए का सफलतापूर्वक मिलान कर लिया गया है और शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है। अहमदाबाद सिविल अस्पताल में जहां मृतकों के परिजनों की चीख-पुकार अभी भी सुनाई दे रही है, वहीं सरकार ने शवों को घर पहुंचाने के लिए विशेष व्यवस्था भी की है। हादसे के तीसरे दिन विमान का पिछला हिस्सा तोड़ते समय एक और शव मिला, जो एयर होस्टेस का बताया जा रहा है।

विमान हादसे में 4 एमबीबीएस डॉक्टरों की मौत

जिस बिल्डिंग में विमान क्रैश हुआ, वह रेजिडेंट डॉक्टरों का हॉस्टल था और जब विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ, तो रेजिडेंट डॉक्टर वहां लंच कर रहे थे। इस हादसे में 4 एमबीबीएस डॉक्टरों की जान चली गई है, जबकि 20 छात्र घायल हुए हैं। 20 में से 11 छात्रों को छुट्टी दे दी गई है। सुपर स्पेशलिस्ट विभाग के एक डॉक्टर की पत्नी घायल हुई हैं। हालांकि, फिलहाल उनकी तबीयत स्थिर है। डॉक्टरों के अलावा हॉस्टल में मौजूद पांच अन्य लोगों की मौत हो गई है। विमान हादसे के कारण छात्रावास भवन खतरनाक हो गया है, इसलिए सरकार ने रेजिडेंट डॉक्टरों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की है। सभी के लिए अलग स्थान पर रहने की सुविधा की गई है।

सिविल अस्पताल में 192 एंबुलेंस तैनात

चूंकि डीएनए सैंपल मैच होने के बाद शवों को सौंपने का काम सिविल अस्पताल से शुरू किया जाना है, इसलिए सरकार ने तत्काल प्रभाव से 192 एंबुलेंस की व्यवस्था की है। प्रदेश के विभिन्न जिलों से शव वाहन, आईसीयू ऑन व्हील्स मंगवाए गए हैं। एंबुलेंस चालकों को अलर्ट रहने के निर्देश देने के साथ ही उनका रजिस्ट्रेशन भी कराया गया है।

शवों को लेकर गुजरात सरकार ने जारी किया नोटिस

शवों को लेकर गुजरात सरकार ने एक महत्वपूर्ण नोटिस जारी किया है, जिसके अनुसार शव को सड़क मार्ग से घर ले जाने के लिए निशुल्क एंबुलेंस सेवा उपलब्ध कराई जाएगी। हवाई मार्ग से ले जाने में एयर इंडिया मदद करेगा। शव लेने के लिए मृतक के नजदीकी परिजनों को ही आना होगा और वह भी अपने साथ ही मृतक का पहचान पत्र भी लेकर आना होगा। अगर किसी और को भेजा जाता है, तो उसके साथ अथॉरिटी लेटर भी भेजना होगा। मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सहित कानूनी दस्तावेज तैयार कर सिविल अस्पताल द्वारा दिए जाएंगे।

दुर्घटना के तीसरे दिन भी बैठकों का दौर जारी

विमान दुर्घटना के तीसरे दिन स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने भी सिविल अस्पताल में बैठक कर डीएनए टेस्ट सैंपल मिलान और पहचान किए गए शवों को परिजनों को सौंपने के काम की समीक्षा की। गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने एफएसएल प्रयोगशाला का जायजा लिया जहां डीएनए सैंपल मिलान की प्रक्रिया चल रही है। बाद में हर्ष संघवी ने एक बार फिर दुर्घटना स्थल का दौरा भी किया।

दुर्घटना में 11 विदेशी नागरिकों की मौत

दुर्घटना में 11 विदेशी नागरिकों की मौत हुई है। सभी मृतकों से उनके देश के दूतावास के माध्यम से संपर्क किया गया है। सरकार ब्रिटिश नागरिकों से लगातार संपर्क में है ताकि शवों को उनके परिजनों को सौंपा जा सके। विदेशी मृतकों के परिजन डीएनए टेस्ट के लिए आएंगे, जिसके बाद उनके सैंपल मिलान की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।

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