कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में स्थित मदरसे की छात्रा से दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार किए गए हाफिज को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। पुलिस ने उसका मोबाइल फोन जब्त कर उसे सर्विलांस जांच के लिए भेजा है, जिससे यह पता चल सके कि उसने कितनी अन्य लड़कियों के वीडियो बनाए और उन्हें ब्लैकमेल किया।
पीड़िता के परिजनों द्वारा दर्ज कराई गई रिपोर्ट में यह आरोप लगाया गया है कि हाफिज पहले भी छह अन्य छात्राओं के साथ दुष्कर्म कर चुका है। उसने एक किशोरी का अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल कर दिया था। पुलिस को उम्मीद है कि मोबाइल फोन की जांच से उसके अन्य आपराधिक कृत्य भी उजागर हो सकते हैं। पीड़िता के बयान पुलिस ने दर्ज कर लिए हैं और अब मजिस्ट्रेट के समक्ष उसके बयान कराए जाएंगे, जिसमें कई अन्य महत्वपूर्ण जानकारियाँ सामने आ सकती हैं। डर और दबाव के चलते पीड़िता ने घटना की जानकारी समय पर अपने परिजनों को नहीं दी थी। मदरसे में पढ़ाई छोड़ने के बाद भी जब वह नहीं लौटी तो हाफिज ने अन्य छात्राओं के माध्यम से उसे वापस बुलाने की कोशिश की। इनकार करने पर उसने वीडियो वायरल कर दिया। पांच वर्षों से मदरसे में तालीम दे रहा हाफिज अब मदरसे की साख पर सवाल खड़े कर गया है। इस घटना के बाद मदरसे की इंतजामिया कमेटी भी गंभीर हो गई है और उसके पूरे कार्यकाल की जांच करवा रही है। पुलिस भी अन्य छात्राओं के गोपनीय बयान दर्ज करने की तैयारी में है ताकि ठोस साक्ष्य जुटाए जा सकें। गांव के लोगों का कहना है कि पहले भी हाफिज पर एक किशोरी से छेड़छाड़ का आरोप लगा था, लेकिन उसने उस समय शातिर चालों से मामला दबा दिया था।
गांव के कुछ प्रभावशाली परिवारों से संबंधों के कारण दो साल पहले निकाले जाने के बाद भी हाफिज को मदरसे में दोबारा रख लिया गया था। यही कारण था कि गरीब और मजदूर वर्ग के लोग उसके खिलाफ आवाज नहीं उठा पाए। ग्रामीणों के अनुसार, उसकी दबंगई के कारण कोई अन्य मौलाना या शिक्षक मदरसे में टिक नहीं पाता था। पीड़िता के परिजनों ने बताया कि हाफिज बहादुरगढ़ क्षेत्र के एक गांव का निवासी है और पीड़िता की मां भी समीपवर्ती गांव से ताल्लुक रखती हैं। इसी कारण हाफिज उनके घर-परिवार में मामा की तरह आता-जाता था और बच्चे उसे मामा कहकर बुलाते थे। इस घटना से पूरा परिवार सदमे में है। पुलिस ने गुरुवार को ही मुकदमा दर्ज कर कुछ ही घंटों में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। शुक्रवार को उसे संबंधित धाराओं में जेल भेज दिया गया। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक नीरज कुमार ने बताया कि यदि अन्य पीड़िताएं सामने आती हैं तो उनकी शिकायतों की भी गंभीरता से जांच की जाएगी।
टिप्पणियाँ