अमदाबाद हवाईअड्डे से 12 जून दोपहर बाद उड़ान भरते ही एयर इंडिया का ड्रीमलाइनर विमान रिहायशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान ने दोपहर 1:38 बजे अमदाबाद अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से उड़ान भरी थी और दुर्घटना 1:40 बजे हुई। हादसे में अभी तक 265 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की आशंका है। हालांकि गुजरात सरकार ने अभी मौत के आंकड़े को लेकर आधिकारिक जानकारी नहीं दी है। एक यात्री रमेश विश्वास चमत्कारिक रूप से बच गया। फिलहाल अमदाबाद सिविल अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। इस बीच, एयर इंडिया ने 241 यात्रियों की माैत की पुष्टि की है। हादसे के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी अमदाबाद पहुंचे।
अमदाबाद में विमान हादसे में, इस समाचार के लिखे जाने तक 265 लोगों के मरने की पुष्टि हो चुकी है। इनमें 53 ब्रिटिश नागरिक थे। इस दुर्घटना से पूरी दुनिया मर्माहत , कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने अपनी शोक संवेदनाएं भेजीं। दुर्घटना के क्या कारण रहे, यह तो जांच से ही पता चलेगा, लेकिन स्थितियां तकनीकी खराबी की ओर इशारा कर रही हैं

स्वयंसेवकों ने की मदद
दुर्घटना की जानकारी मिलते ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक पीड़ितों की मदद के लिए घटनास्थल पर पहुंचे। कुछ स्वयंसेवकों ने प्रशासन के साथ घायलों को अस्पताल पहुंचाया, तो कुछ ने अस्पताल जाकर लोगों की मदद की। कुछ ने पीड़ितों और उनके परिजनों के लिए खाने—पीने की व्यवस्था की। कुछ स्वयंसेवकों ने भीड़ को संभाला और कुछ ने शहर की यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने में बड़ी भूमिका निभाई। स्वयंसेवक देर रात तक अपने—अपने कार्यों में डटे रहे।
कैसे हुआ हादसा
एयर इंडिया का विमान (एआई-171) उड़ान भरने के दो मिनट बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसा कैसे हुआ, इसके बारे में अभी कोई अधिकृत जानकारी नहीं मिल पाई है। मीडिया खबरों की मानें तो विमान का ब्लैक बॉक्स मिल गया है। जिस जगह दुर्घटना हुई, वहां सिविल अस्पताल के स्टाफ क्वार्टर के साथ-साथ अन्य आवासीय क्षेत्र भी है। इसलिए हताहतों की संख्या बढ़ने की संभावना है। विमान हादसा इतना भयानक था कि सभी यात्री जल गए। उनकी पहचान करना मुश्किल था।
अनुमान है कि अधिकतर यात्रियों की मौत जलने से हुई है। दोपहर से ही एक के बाद एक एंबुलेंस सिविल अस्पताल पहुंच रही थीं और लोग इस उम्मीद में एंबुलेंस के पास जा रहे थे कि उनके परिजन ठीक होंगे। लेकिन एंबुलेंस का दरवाजा खुलते ही नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टरों ने शव देखे तो एंबुलेंस को सीधे पोस्टमार्टम रूम भेज दिया। उस समय अस्पताल में दिल दहला देने वाला दृश्य था। गुजरात सरकार ने सभी शवों के डीएनए टेस्ट की व्यवस्था की है। सिविल अस्पताल परिसर में ही मृतकों के परिजनों के लिए हर प्रकार की मदद की व्यवस्था की गई।
हादसे के बाद गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋ षिकेश पटेल तुरंत अमदाबाद सिविल अस्पताल पहुंचे। उन्होंने वहां एक बैठक बुलाई। स्वास्थ्य मंत्री ने घायलों को तत्काल उपचार दिलाने और रक्तदान की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी का निधन
विमान हादसे में भाजपा के वरिष्ठ नेता और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का भी निधन हो गया है। वह बेटी से मिलने लंदन जा रहे थे। गुजरात भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल ने इसकी पुष्टि की। भाजपा सांसद संबित पात्रा ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि अमदाबाद में हुए दुर्भाग्यपूर्ण विमान हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा परिवार के वरिष्ठ सदस्य विजय रूपाणी जी के दुखद निधन का समाचार अत्यंत पीड़ादायक और मन को झकझोर देने वाला है। उनका जाना न केवल गुजरात, बल्कि सम्पूर्ण भारतीय राजनीति के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
अब तक के बड़े विमान हादसे
- 23 जून, 1985 : मुंबई से कनाडा जा रहा एयर इंडिया का विमान अटलांटिक महासागर में दुर्घटनाग्रस्त, 329 की मौत। पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने इसे निशाना बनाया था।
- 14 फरवरी, 1990 : इंडियन एयरलाइंस का विमान बेंगलुरु के एचएएल एयरपोर्ट के पास दुर्घटनाग्रस्त। 146 में से 92 यात्रियों की मौत।
- 12 नवंबर, 1996 : दिल्ली के पास (हरियाणा में चरखी दादरी) कजाकिस्तान एयरलाइंस और सऊदी एयरलाइंस के विमानों की हवा में टक्कर, 349 लोग मारे गए।
- 17 जुलाई, 2000 : एलायंस एयर फ्लाइट 7412 उतरने का प्रयास करते समय पटना (बिहार) में घनी आबादी वाले आवासीय क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त, 60 की मौत।
- 22 मई, 2010 : दुबई से मैंगलोर लौट रही एयर इंडिया एक्सप्रेस की बोइंग 737-800 फ्लाइट लैंडिंग के दौरान रनवे पर फिसली। हादसे में 158 लोगों की मौत।
- 7 अगस्त, 2020 : दुबई से कोझिकोड आ रही एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट लैंडिंग के दौरान रनवे से फिसलकर दुर्घटनाग्रस्त। 21 लोग मारे गए।
मुख्यमंत्री ने की बैठक
स्वास्थ्य मंत्री की बैठक के बाद मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी अमदाबाद सिविल अस्पताल पहुंचे। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री, अन्य मंत्रियों और स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की और तत्काल उपचार मुहैया कराने के निर्देश दिए। घटना की गंभीरता को देखते हुए गुजरात सरकार ने सिविल अस्पताल की सभी व्यवस्थाओं को संभालने के लिए तत्काल प्रभाव से चार आईएएस अधिकारियों की नियुक्ति भी की थी।
अमित शाह अमदाबाद पहुंचे
दुर्घटना के बाद केंद्रीय मंत्री अमित शाह अमदाबाद पहुंचे। उन्होंने सिविल अस्पताल का दौरा किया और घायलों से भी मुलाकात की। सिविल अस्पताल का दौरा करने के बाद अमित शाह ने एनेक्सी में विशेष बैठक की, जिसमें केंद्रीय जल मंत्री सीआर पाटिल, गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी, मंत्री बलवंत सिंह राजपूत, मंत्री जगदीश पांचाल समेत अन्य मंत्री और उच्च अधिकारी मौजूद रहे। बैठक के बाद अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
अमित शाह ने बताया कि विमान में कुल 230 यात्री और चालक दल के 12 सदस्य सवार थे। एक यात्री को बचा लिया गया है। इस हादसे से पूरा देश शोक में है। गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए केन्द्रीय गृहमंत्री ने कहा कि डीएनए टेस्ट के बाद ही मृतकों की संख्या पता चल पाएगी। बचाव अभियान के लिए सभी विभागों से समन्वय किया गया। विमान में डेढ़ लाख लीटर ईंधन था, इसलिए किसी को बचने या बचाने का मौका नहीं मिला। शवों की पहचान के लिए डीएनए सैंपल लेने का काम जारी है। नेशनल फॉरेंसिक साइंस लैब और अन्य लैब डीएनए जांच करेंगी।
दुर्घटना कैसे हुई, इसकी जांच में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं। नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुरूप जांच ब्यूरो ने औपचारिक जांच शुरू की है। सरकार मामले की विस्तार से जांच करने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन करेगी। समिति विमानन सुरक्षा को मजबूत करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए काम करेगी। वहीं, अमेरिका का नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (एनटीएसबी) भी एएआईबी के साथ मामले की जांच करेगा।
यह हादसा हृदयविदारक है, इसे शब्दों में नहीं बताया जा सकता। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उन सबके साथ हैं जो इससे प्रभावित हुए हैं। मैं हादसे से प्रभावितों की मदद करने में लगे मंत्रियों और अधिकारियों से संपर्क में हूं। —नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर से स्तब्ध हूं। विमान में कुल 242 यात्री सवार थे, जिसमें एक कनाडा का भी व्यक्ति शामिल है। पीड़ित परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं।
— मार्क कार्नी, प्रधानमंत्री, कनाडा
इस दुखद दुर्घटना में जान गंवाने वाले पीड़ितों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करता हूं। इस दुख की इस घड़ी में भारत के साथ खड़ा हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
— व्लादिमीर पुतिन, राष्ट्रपति, रूस
विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर अत्यंत दुखद है। कई ब्रिटिश नागरिक इस उड़ान में सवार थे। इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएं पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं।
— कीर स्टार्मर, प्रधानमंत्री, ब्रिटेन
विश्वास का पुनर्जन्म
विमान हादसे में रमेश विश्वास एक मात्र ऐसे भाग्यशाली निकले जिनकी जान बच गई। जैसे ही उन्हें आभास हुआ कि अब विमान गिरने जा रहा है तो वे आपातकालीन खिड़की खोलकर कूद गए। हालांकि उन्हें हल्की चोट आई और अब वे सिविल अस्पताल अमदाबाद में भर्ती हैं। घटना स्थल का दौरा करने करने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रमेश का हालचाल लिया और उनसे घटना की जानकारी ली।
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