गुजरात

Ahmedabad Plane Crash : AI171 प्लेन क्रैश में 265 से ज्यादा मौत की आशंका, एयर इंडिया ने दिया अपडेट

विमान हादसा इतना भयानक था कि अनुमान है कि अधिकतर यात्रियों की मौत जलने से हुई है। गुजरात सरकार ने अभी मौत के आंकड़े को लेकर आधिकारिक जानकारी नहीं दी है।

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सोनल अनडकट

कर्णावती । अमदाबाद एयरपोर्ट से गुरुवार को दोपहर बाद उड़ान भरते ही एयर इंडिया का विमान रिहायशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान ने दोपहर 1:38 बजे अमदाबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी और दुर्घटना 1:40 बजे हुई। इस हादसे में 265 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की आशंका है। हालांकि गुजरात सरकार ने अभी मौत के आंकड़े को लेकर आधिकारिक जानकारी नहीं दी है। एयर इंडिया ने देर रात बताया कि हादसे में 241 यात्रियों (क्रू मेंबर समेत) की मृत्यु हो गई है। एक यात्री रमेश भालिया चमत्कारिक रूप से बच गया। फिलहाल अमदाबाद सिविल अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। हादसे के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी अमदाबाद पहुंचे।

कैसे हुआ हादसा

एयर इंडिया के विमान (एआई-171) ने दोपहर 1:38 बजे अमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन के लिए उड़ान भरी थी और उड़ान भरने के दो मिनट बाद ही 1:40 बजे हादसा हो गया। जिस जगह दुर्घटना हुई, वह सिविल अस्पताल के स्टाफ क्वार्टर के साथ-साथ अन्य आवासीय क्षेत्र भी है।

स्वास्थ्य मंत्री ने बुलाई तत्काल बैठक

हादसे के बाद गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल तुरंत अमदाबाद सिविल अस्पताल पहुंचे। उन्होंने सिविल अस्पताल में बैठक बुलाई। बैठक में मंत्री बलवंतसिंह राजपूत, मंत्री जगदीश पांचाल, स्वास्थ्य प्रमुख सचिव धनंजय द्विवेदी, सिविल अधीक्षक राकेश जोशी मौजूद थे। स्वास्थ्य मंत्री ने घायलों को तत्काल उपचार दिलाने के निर्देश दिए। उन्होंने रक्तदान की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने की बैठक

स्वास्थ्य मंत्री की बैठक के बाद मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी तुरंत अमदाबाद सिविल अस्पताल पहुंचे। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री, अन्य मंत्रियों और स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की और तत्काल उपचार मुहैया कराने के निर्देश दिए। घटना की गंभीरता को देखते हुए गुजरात सरकार ने सिविल अस्पताल की सभी व्यवस्थाओं को संभालने के लिए तत्काल प्रभाव से चार आईएएस अधिकारियों की नियुक्ति भी की थी।

हादसे के बाद सिविल अस्पताल पहुंचे शव

विमान हादसा इतना भयानक था कि अनुमान है कि अधिकतर यात्रियों की मौत जलने से हुई है। दोपहर से ही एक के बाद एक एंबुलेंस सिविल अस्पताल पहुंच रही थीं और लोग इस उम्मीद में एंबुलेंस के पास जा रहे थे कि उनके परिजन ठीक होंगे। लेकिन, एंबुलेंस का दरवाजा खुलते ही नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टरों ने शव को देखते ही एंबुलेंस को सीधे पोस्टमार्टम रूम भेज दिया। उस समय अस्पताल में दिल दहला देने वाला दृश्य था।

गुजरात सरकार ने डीएनए टेस्ट की व्यवस्था की 

शव इस हद तक जल गए थे कि उनकी पहचान करना मुश्किल था। गुजरात सरकार ने सभी शवों के डीएनए टेस्ट की व्यवस्था की है। सिविल अस्पताल परिसर में ही मृतकों के परिजनों के लिए वेटिंग की व्यवस्था की गई।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अमदाबाद पहुंचे

दुर्घटना के बाद केंद्रीय मंत्री अमित शाह अमदाबाद पहुंचे। उन्होंने सिविल अस्पताल का दौरा किया और घायलों से भी मुलाकात की। सिविल अस्पताल का दौरा करने के बाद अमित शाह ने एनेक्सी में विशेष बैठक की, जिसमें केंद्रीय जल मंत्री सीआर पाटिल, गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी, मंत्री बलवंतसिंह राजपूत, मंत्री जगदीश पांचाल समेत अन्य मंत्री और उच्च अधिकारी मौजूद रहे। बैठक के बाद अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की।

डीएनए टेस्ट के बाद पता चलेगी मृतकों की संख्या

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जानकारी दी विमान में कुल 230 यात्री और 12 क्रू मेंबर सवार थे। एक यात्री को बचा लिया गया है। इस हादसे से पूरा देश शोक में है। गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि डीएनए टेस्ट के बाद ही मृतकों की संख्या पता चल पाएगी। बचाव अभियान के लिए सभी विभागों से समन्वय किया गया। विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ, उसमें डेढ़ लाख लीटर ईंधन था, इसलिए किसी को बचने या बचाने का मौका नहीं मिला। मैंने भी घटना स्थल का दौरा किया और बचाव अभियान लगभग पूरा हो गया है। शवों की पहचान के लिए डीएनए सैंपल लेने का काम जारी है। नेशनल फॉरेंसिक साइंस लैब और अन्य लैब डीएनए जांच करेंगी। दुर्घटना कैसे हुई, इसकी जांच में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं।

सिविल अस्पताल में दिखी मानवता 

दुर्घटना के बाद सिविल अस्पताल पहुंचे परिजनों को पानी और बिस्किट उपलब्ध कराने के लिए कई समाजसेवी संगठन और कॉलेज के छात्र भी अस्पताल पहुंचे।

संघ के स्वयंसेवकों ने संभाला मोर्चा

इस दुखद हादसे के बाद से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक भी घटना स्थल और अस्पताल व सड़कों पर पहुंचकर राहत बचाव कार्य व ट्रैफिक व्यवस्था के साथ ही ग्रीन कोरिडोर बनाने की व्यवस्था में राहत बचावकर्मीयों के साथ जुट गए हैं।

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