भुवनेश्वर । भद्रक जिले में गायों को लेकर जाते समय विवाद में मुसलमानों की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर गंभीर रूप से घायल संतोष परिडा ने 13 दिनों तक मौत से संघर्ष करते हुए भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनकी मौत की खबर आने के बाद भद्रक जिले में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इस मामले में पुलिस ने अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। घटना के बाद कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए उनके गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है। उधर, मुख्यमंत्री मोहन माझी ने मृतक के परिजनों को दस लाख रुपये की आर्थिक सहायता व परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिए जाने की घोषणा की है। घटना की गंभीरता को देखते हुए भद्रक जिले के कुछ इलाकों में इंटरनेट बंद किया गया है।
उल्लेखनीय है कि यह घटना 30 मई की है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि 30 मई को भद्रक जिले के तिहिडी पंचायत कष्टि गांव से कुछ मुसलमान लोग गायों को लेकर गुजिदरडा गांव जा रहे थे। गायों को पैदल ले जाने के कारण स्थानीय लोगों ने उनसे इस बारे में पूछा। इस दौरान दोनों गुटों के बीच बहस शुरू हो गई। कुछ समय बाद पास के गांवों से सौ से अधिक मुसलमानों की भीड़ वहां पहुंच गई। संतोष परिडा वहां विवाद के निपटारे के लिए बीच-बचाव करने गए थे, लेकिन मुसलमानों की उग्र भीड़ ने संतोष पर लाठियों और हाथ-पांव से बेरहमी से हमला कर दिया। सौ से अधिक की भीड़ में से 20 से अधिक लोग इस माब लिंचिंग में शामिल थे।
इस बेरहमी से पिटाई के बाद संतोष की हालत खराब हो गई। उन्हें पहले भद्रक जिला मुख्यालय अस्पताल, फिर भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके बाद से उनका इलाज चल रहा था। बुधवार को उन्होंने अंतिम सांस ली।
इस मामले को लेकर मृतक की पत्नी मिनती ने लिखित में शिकायत दर्ज कराई थी। उनकी शिकायत के आधार पर तिहिड़ी पुलिस ने केस नंबर 197/25 के तहत मामला दर्ज किया और बुधवार तक 12 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
घटना के बाद कानून-व्यवस्था की स्थिति को ध्यान में रखते हुए कष्टि गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है। एसपी मनोज कुमार राउत गांव पहुंचकर मृतक युवक के परिजनों से मिले और ढांढस बंधाते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया।
गो-माफियाओं द्वारा हत्या का शिकार संतोष के परिवार को मिले न्याय – विहिप
भद्रक जिले में गौमाफियाओं के हौसले बुलंद हैं और उनके हमले में संतोष परिडा की मौत हुई। इस मामले में संतोष के परिवार को न्याय प्रदान किया जाए और दोषियों को शीघ्र पकड़कर कड़ा दंड दिया जाए। भद्रक में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की ओर से आयोजित पत्रकार वार्ता में यह मांग की गई।
इन पदाधिकारियों ने कहा कि संतोष की नृशंस हत्या के पीछे मुस्लिम संप्रदाय के एक षड्यंत्रकारी गिरोह का हाथ है, और जिला प्रशासन की उदासीनता के कारण अभी तक असली आरोपियों को नहीं पकड़ा गया है। सैकड़ों में से केवल 12 लोगों की गिरफ्तारी ही अब तक हुई है।
उन्होंने प्रशासन से मांग की कि इस गंभीर मामले की निष्पक्ष जांच कर सभी दोषियों को कड़ी सजा दी जाए। अन्यथा शांतिप्रिय सनातनी समाज को कानून अपने हाथ में लेने के लिए बाध्य होना पड़ेगा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि “लव जिहाद” जैसे कार्य भी इन्हीं अल्पसंख्यक असामाजिक तत्वों द्वारा किए जा रहे हैं, जिस पर प्रशासन मौन है।
उन्होंने कहा कि यदि दोषियों पर कठोर कार्रवाई नहीं होती, तो आगामी दिनों में उत्पन्न होने वाली भयावह स्थिति के लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा।
विश्व हिंदू परिषद के सचिव बसंत कुमार राउत, अध्यक्ष काह्नुचरण सिंह, सह-सचिव आलोक कुमार पंडा, दुर्गा वाहिनी प्रमुख मधुस्मिता महापात्र, उपाध्यक्ष मां गोविंद नायक और निर्मल राउत सहित कई पदाधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने दुःख व्यक्त किया, मृतक के परिजनों को दस लाख रुपये व नौकरी की घोषणा
कुछ दिन पहले भद्रक जिले के तिहिड़ी थाना क्षेत्र के संतोष परिडा की इलाज के दौरान मौत के मामले में मुख्यमंत्री श्री मोहन चरण माझी ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि इस घटना में दोषियों के खिलाफ कानून के अनुसार कठोर और उदाहरणात्मक कार्रवाई की जाएगी और मृत युवक के परिवार को न्याय दिलाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि मृतक युवक के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 10 लाख रुपये की सहायता प्रदान की जाएगी और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी।
भद्रक में सांप्रदायिक तनाव के बीच 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं निलंबित
भद्रक में बढ़ते सांप्रदायिक तनाव को देखते हुए जिला प्रशासन ने 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाओं को निलंबित करने का अभूतपूर्व निर्णय लिया है। यह निर्णय अफवाहों के प्रसार को रोकने और संवेदनशील क्षेत्रों में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से लिया गया है। जिला द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार, इंटरनेट सेवा निलंबन आज सुबह 6 बजे से शुरू होकर कल सुबह 6 बजे तक प्रभावी रहेगा।
प्रभावित क्षेत्रों में भद्रक नगरपालिका, भद्रक ब्लॉक, तिहिड़ी, धामनगर ब्लॉक और धामनगर नगरपालिका शामिल हैं। शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए संवेदनशील इलाकों में 27 प्लाटून पुलिस बल तैनात किए गए हैं। जिला प्रशासन स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए है, और भद्रक के पुलिस अधीक्षक मनोज राउत स्वयं पूरे घटनाक्रम की निगरानी कर रहे हैं।
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