गुजरात

Ahmedabad Plane Crash : 11 साल पुराना बोइंग 787 ड्रीमलाइनर, जानिए क्रैश हुए विमान की एक-एक डिटेल

क्रैश हुआ यह विमान महज 11.5 साल पुराना था। यह एक मिड-साइज़, वाइड-बॉडी और लॉन्ग-रेंज एयरक्राफ्ट था जिसकी कीमत ₹2.18 हजार करोड़ (₹21.8 बिलियन) थी

Published by
SHIVAM DIXIT

अहमदाबाद । गुजरात की राजधानी अहमदाबाद में बड़ा विमान हादसा सामने आया है। एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जो अहमदाबाद से लंदन गैटविक के लिए रवाना हुई थी, टेकऑफ के कुछ ही समय बाद रिहायशी मेघाणी नगर इलाके के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई। विमान में क्रू समेत कुल 242 यात्री सवार थे। अहमदाबाद पुलिस कंट्रोल रूम ने हादसे की पुष्टि की है।

इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने क्रैश साइट से घना काला धुआं उठता हुआ देखा गया। वहीं घटना के तुरंत बाद ही रेस्क्यू टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं और बचाव कार्य तेजी से जारी है।

केवल 11.5 साल पुराना था विमान

अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त विमान बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर था, जिसकी उम्र करीब 44,000 उड़ान चक्र यानी लगभग 30 से 50 साल मानी जाती है। वहीं क्रैश हुआ यह विमान महज 11.5 साल पुराना था। यह एक मिड-साइज़, वाइड-बॉडी और लॉन्ग-रेंज एयरक्राफ्ट था, जिसे ईंधन खपत में लगभग 20% अधिक दक्षता के लिए जाना जाता है।

बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर का तकनीकी विवरण

लंबाई : 56.70 मीटर

विंगस्पैन : 60 मीटर

ऊंचाई : 16.90 मीटर

इंजन : 2 (जनरल इलेक्ट्रिक या रोल्स-रॉयस)

ईंधन क्षमता : 1,26,206 लीटर

अधिकतम गति : 954 किमी/घंटा

अधिकतम रेंज : 13,620 किमी

बैठने की क्षमता : 210–254 यात्री

निर्माता : बोइंग, अमेरिका

अनुमानित कीमत : ₹2.18 हजार करोड़ (₹21.8 बिलियन)

अहमदाबाद-लंदन रूट के लिए उपयुक्त

अहमदाबाद से लंदन की दूरी लगभग 7,000 किमी है, जो 787-8 ड्रीमलाइनर के लिए एक आदर्श रूट है। एयर इंडिया, ब्रिटिश एयरवेज, और एतिहाद जैसी प्रमुख एयरलाइंस इस रूट पर इसी मॉडल का उपयोग करती हैं।

सुरक्षा और सेफ्टी उपाय

एयरपोर्ट सिक्योरिटी

एडवांस्ड स्क्रीनिंग : यात्रियों की कड़ी जांच, बैगेज स्कैनिंग, बॉडी स्कैन और पहचान सत्यापन।

कॉकपिट एक्सेस कंट्रोल : अनधिकृत प्रवेश रोकने के लिए विशेष सुरक्षा प्रणाली।

साइबर सिक्योरिटी : सिस्टम हैकिंग से सुरक्षा के लिए उन्नत साइबर सुरक्षा उपाय।

इंटेलिजेंस शेयरिंग : एयरलाइंस और सरकारी एजेंसियों के बीच रीयल-टाइम सूचना साझा करना।

फ्लाइट सेफ्टी

रिडंडेंसी सिस्टम्स : इंजन, हाइड्रोलिक्स और इलेक्ट्रिकल सिस्टम में बैकअप की व्यवस्था।

एडवांस्ड नेविगेशन : GPS और ILS जैसी तकनीकें पायलट को सटीक मार्गदर्शन देती हैं।

इमरजेंसी ट्रेनिंग : क्रू को नियमित फायर फाइटिंग, मेडिकल और इमरजेंसी लैंडिंग की ट्रेनिंग।

लाइटवेट मटेरियल्स : उच्च गुणवत्ता के कंपोजिट से बना विमान, जो इसे सुरक्षित और फ्यूल एफिशिएंट बनाता है।

फिलहाल हादसे के कारणों की जांच जारी है। बचाव अभियान तेज़ी से चल रहा है और घायल यात्रियों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। अधिकृत एजेंसियों और एयर इंडिया की ओर से विस्तृत जानकारी जल्द जारी किए जाने की संभावना है।

Share
Leave a Comment