अमेरिका के लॉस एंजिलिस से लेकर आयरलैंड तक सुलग रहा है। चारों तरफ हिंसा हो रही है। उत्तरी आयरलैंड के बैलीमेना में लगातार तीसरी रात हिंसक घटनाओं ने शहर को हिलाकर रख दिया। बुधवार देर रात नकाबपोश युवकों की भीड़ ने लार्ने लीजर सेंटर पर हमला बोल दिया। इस सेंटर का इस्तेमाल हाल ही में हुई हिंसा से प्रभावित परिवारों के लिए आपातकालीन आश्रय स्थल के रूप में किया जा रहा था। हमलावरों ने खिड़कियां तोड़ीं, फर्नीचर और डिब्बे सड़क पर फेंके, और आग लगा दी, जिससे भारी नुकसान हुआ। सोशल मीडिया पर वायरल फुटेज में भीड़ को हिंसक गतिविधियों में शामिल दिखाया गया, जबकि दमकल और दंगा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की।
आपातकालीन केंद्र पर हमला
मिड एंड ईस्ट एंट्रिम बरो काउंसिल ने इस हिंसा से पहले मंगलवार को ही इस बारे में बताया था कि लार्ने लीजर सेंटर को हिंसा से विस्थापित परिवारों के लिए अस्थायी ठिकाने के रूप में खोला गया था। काउंसिल ने पुष्टि की कि सभी परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है और केंद्र अब उपयोग में नहीं है। गठबंधन विधायक डैनी डोनेली ने इसे “गुंडागर्दी” करार देते हुए कहा, “लार्ने जैसे शांतिप्रिय शहर को ऐसी हिंसा की कोई जरूरत नहीं।”
क्यों भड़की हिंसा
अगर आप हिंसा के कारणों को जानने की कोशिश करें तो पता चलता है कि बीते सोमवार को दो 14 वर्षीय किशोरों द्वारा एक गोरी लड़की के यौन उत्पीड़न की खबर सामने आई थी। इसी के बाद माहौल बिगड़ने शुरू हो गए। टीयूवी नेता जिम एलिस्टर बताते हैं कि यह अशांति एक शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के बाद भड़की, जो आव्रजन से जुड़े स्थानीय तनाव को दर्शाता है। बुधवार रात को क्लोनवॉन टेरेस और ब्रिज स्ट्रीट पर प्रदर्शनकारियों ने आतिशबाजी और पथराव किया।
क्या कहते हैं नेता
डीयूपी विधायक गॉर्डन लियोन्स ने इस मामले में प्रशासन पर ही आरोप लगाया कि इस इलाके का विधायक होने के बाद भी हमें या हमारे सहयोगियों को इस सेंटर के उपयोग की कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई। उन्होंने हिंसा की निंदा करते हुए शांति की अपील की। अल्स्टर यूनियनिस्ट पार्टी के जॉन स्टीवर्ट ने हमले को “शर्मनाक और मूर्खतापूर्ण” बताया, जो सामुदायिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाता है। यूके के प्रधानमंत्री सर कीर स्टारमर ने पुलिस पर “विवेकहीन हमलों” की निंदा की और उत्तरी आयरलैंड पुलिस सेवा (PSNI) को जांच के लिए समय देने की मांग की।
हिंसा के लिए अप्रवासी जिम्मेदार
वहीं दूसरी ओर इस हिंसा के लिए कुछ स्थानीय नेताओं ने अवैध अप्रवास को भी जिम्मेदार ठहराया है। टीयूवी नेता जिम एलिस्टर ने कहा कि बैलीमेना में “अनियंत्रित आव्रजन” ने तनाव बढ़ाया है, जिसका असर इस हिंसा में देखा गया।
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