श्री काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन करने रोज हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। ऐसे में लगातार शिकायतें मिल रही थी कि कुछ लोगों के द्वारा सुगम दर्शन कराने के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है। पुलिस ने पंडा और पुजारी बनकर दर्शन कराने के नाम पर अवैध वसूली करने वाले 21 आरोपियों को गिरफ्तार किया हैं। दशाश्वमेध और चौक थाने की पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई की है। आरोपियों को पकड़ने के लिए कई दिनों तक दोनों थानों के पुलिसकर्मी सादे कपड़ों में गलियों और सड़कों के चक्कर मारते रहे।
दर्जन और पूजन सामग्री के नाम पर दो सौ से लेकर दो हजार रुपए की वसूली इन लोगों के द्वारा की जा रही थी। एसीपी दशाश्वमेध डॉ अतुल अनजान त्रिपाठी ने बताया कि व्यापारियों, यातायात मित्रों और स्थानीय लोगों के साथ बैठक की गई। बैठक के दौरान अवैध वसूली की बातें सामने आई। सुगम दर्शन कराने के नाम पर श्रद्धालुओं से पैसा वसूला जाता हैं। दो थानाध्यक्षों और छह पुलिसकर्मियों की टीम को गिरफ्तारी के लिए लगाया गया। मुखबिरों की मदद से सूचना एकत्रित कर हाई डेफिनेशन सीसीटीवी कैमरों की मदद से निगरानी कराई गई।
चिन्हित चेहरों को पकड़ने के लिए दशाश्वमेध थानाध्यक्ष विजय कुमार शुक्ला और चौक थानाध्यक्ष विमल कुमार मिश्रा के नेतृत्व में छह और पुलिसकर्मी सादे कपड़ों में गलियों और सड़कों पर उतर गए। पकड़े गए लोगों में ज्यादातर काशी के ही रहने वाले हैं। कुछ मिर्जापुर के रहने वाले भी शामिल हैं। महाकुंभ के प्रवाह के दौरान वसूली का खेल इन लोगों के द्वारा शुरू किया गया था। ये सभी आरोपी श्रद्धालुओं को जल्दी और सुगम दर्शन कराने के नाम पर पकड़ते थे। बातचीत के दौरान पहले पैसा ले लेते थे। मंदिर के बाहर गलियों में गेट के आस पास श्रद्धालुओं को छोड़ कर गायब हो जाते थे।
आरोपियों की पहचान बड़ी पियरी निवासी निखिल पाण्डेय व उसका भाई लकी पांडेय, हौज कटोरा बांसफाटक निवासी प्रतीक सिंह, आदमपुर निवासी मोनू सिंह, लहरतारा निवासी गुरु प्रसाद, दुर्गाकुंड निवासी विशाल पांडेय, दुर्गाकुंड निवासी ईशान मिश्रा, कबीरनगर निवासी विनायक मिश्रा, छोटी पियरी निवासी संकठा प्रसाद, बड़ी पियरी चौक निवासी राजू पांडेय, रामापुर निवासी रंधावा विश्वकर्मा, रसूलगंज मिर्जापुर निवासी अमीर, मंडुआडीह निवासी छोटू पांडे, जैतपुरा निवासी संजय पांडेय, आदमपुर निवासी मनीष पांडेय, सोनारपुरा निवासी सचिन जायसवाल, रामनगर निवासी गोलू साहनी, सिगरा निवासी अजय कुमार, दशाश्वमेध निवासी बृजेश कुमार और मुगलसराय चंदौली निवासी अजय कुमार के रूप में की गई।
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