पश्चिम बंगाल

पुलवामा हमले पर ममता बनर्जी का विवादित बयान, सुवेंदु अधिकारी बोले- शर्मनाक और राष्ट्रविरोधी

ममता बनर्जी ने विधानसभा में पुलवामा हमले पर केंद्र को घेरा, ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र नहीं। बीजेपी ने लगाया राष्ट्र विरोधी बयानबाजी का आरोप, टीएमसी पर चरमपंथी समर्थन का इल्जाम।

Published by
Kuldeep Singh

पुलवामा हमले पर सशस्त्र बलों को धन्यवाद देने के बहाने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री सियासत कर रही हैं। जहां पुलवामा हमले को लेकर पूरा देश एकजुट है, तो वहीं दूसरी ओर ममता बनर्जी आतंकी हमले के बहाने केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश कर रही हैं। उनकी इस बयानबाजी पर भाजपा नेता और पश्चिम बंगाल विधानसभा के एलओपी सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि जिस प्रकार से ममता बनर्जी ने विधानसभा में बात की वो पूरी तरह से राष्ट्र विरोधी था। टीएमसी पार्टी आतंकवाद और कट्टरपंथियों को पूरा सपोर्ट करती है।

समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, कोलकाता में पत्रकारों से बात करते हुए सुवेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि टीएमसी की पार्टी के लोग बंगाल को चरमपंथियों की घाटी में बदल रहे हैं। टीएमसी के लोग चरमपंथियों को बचा भी रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने ममता पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस तरह से उन्होंने बात की वह राष्ट्र विरोधी था, ये देश को कमजोर करने की कोशिश है। भाजपा विधायक ने आगे कहा कि बीजेपी ने राष्ट्रवाद को बनाए रखने, देश के पीएम और भारतीय सशस्त्र बलों का समर्थन करने और हिंदुओं की लक्षित हत्याओं का विरोध करने के लिए अपनी आवाज उठाई।

क्या है पूरा मामला

मामला कुछ यूं है कि ममता बनर्जी पहलगाम आतंकी हमले के बाद सेना के द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के तहत कार्रवाई करने को लेकर उसके शौर्य की प्रशंसा करने के लिए विधानसभा में एक प्रस्ताव पारित करती हैं। इस रिजोल्युशन में पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र तो होता है, लेकिन केवल केंद्र सरकार पर सवाल उठाने के लिए। वो इस प्रस्ताव के दौरान एक बार भी ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र तक नहीं करती हैं। बल्कि, वो कहती हैं कि पहलगाम आतंकी हमला केंद्र सरकार की लापरवाही के कारण हुआ है।

इसके साथ ही ममता सवाल करती हैं कि पहलगाम में जिस जगह पर्यटकों पर हमला हुआ, उस जगह पर सुरक्षा बल क्यों नहीं थे? उन्होंने इस मौके पर भी सियासी रोटी सेंकते हुए कहा कि बीजेपी की सरकार देश के लोगों को सुरक्षा देने में नाकाम रही है, इसलिए उसे इस्तीफा देना चाहिए।

ममता कह रहीं-आतंक का कोई धर्म नहीं होता

22 अप्रैल को पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकियों ने लोगों का धर्म पूछा और फिर हिन्दुओ की हत्या की, लेकिन ममता बनर्जी ने कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म, मत, मजहब या पंथ नहीं होता है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी इसका समर्थन नहीं करती है। खास बात ये कि अपने भाषण में उन्होंने पाकिस्तान का भी नाम लेने से परहेज किया।

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