पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेनाओं द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के मुद्दे पर विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने बड़ी बात कही है। उन्होंने भारत पर हमला करने वाले कहीं भी हों, फिर चाहे वो पाकिस्तान ही क्यों न हो, उन्हें हम वहीं मार गिराएंगे। विदेश मंत्री ने भारती की नई पॉलिसी को बिल्कुल स्पष्ट कर दिया। उन्होंने कहा कि जब तक सीमा पार से आतंकी हमले होते रहेंगे, तब तक हम कार्रवाइय़ां करते रहेंगे।
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, विदेश मंत्री ने फ्रांसीसी डेली अखबार ली फिगारो को दिए इंटरव्यू में दो टूक विश्व को बता दिया कि हमारा विवाद किसी देश से नहीं है। लेकिन, हमारी लड़ाई आतंकवाद के खिलाफ है। हम बार-बार आतंकवाद के खिलाफ जबावी एक्शन लेंगे और वे सभी उपाय करेंगे, जो कि हमारी आत्मरक्षा के लिए आवश्यक होंगे। क्योंकि ये हमारे अपने लोगों के प्रति हमारा मूल कर्तव्य है।
दोगलापन बर्दाश्त नहीं
इसके साथ ही विदेशमंत्री ने चीन और पाकिस्तान के बीच के घनिष्ठ संबंधों पर दो टूक जवाब दिया कि भारत कभी भी आतंकवाद के मुद्दे पर किसी के दोगलेपन को बर्दाश्त नहीं करेगा। लेकिन, एक सच ये भी है कि ये वास्तव में चिंता की बात भी है। जयशंकर का कहना है कि 2020 में पूर्वी लद्दाख में सैन्य टकराव के बाद भारत-चीन संबंधों में तल्खी देखी गई है। हालांकि, सीधा उड़ानों की संभावित बहाली और द्विपक्षीय आदान-प्रदान की बहाली माहौल में नरमी का संकेत दे रही है। लेकिन, हमारे लिए सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि किस प्रकार से हम सीमाओं पर शांति और सुरक्षा की बहाली करें। ऐसा इसलिए कि शांति के बिना सारी चीजों पर असर होता है।
रूस-यूक्रेन युद्ध पर भी बोले विदेशमंत्री
फ्रांस में रूस और यूक्रेन के मध्य चार साल से चल रहे युद्ध पर बात करते हुए विदेशमंत्री ने अखबार से भारत के रुख को स्पष्ट किया। उन्होंने दोनों ही देशों के बीच शांति की वकालत करते हुए स्पष्ट किया कि इस यु,द्ध में भारत किसी का भी पक्ष नहीं ले रहा है। जहां तक संभव हुआ है हमने दोनों ही देशों की मदद की है। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों के बीच बातचीत होनी चाहिए और ये जितनी जल्दी हो उतना अच्छा होगा।
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