सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। यह ब्रिटेन में बढ़ रहे इस्लामी प्रभावों को लेकर है। ब्रिटेन मे कई शरिया अदालतें चल रही हैं। मुस्लिमों के व्यक्तिगत मामलों में शरिया के आधार पर ही फैसले दिए जा रहे हैं। कई बार इस विषय पर लगातार बातें उठी हैं। अब जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसमें लंदन में एक मौलवी कह रहा है कि कम उम्र की लड़कियों का निकाह शरिया कानून के अंतर्गत जायज है।
https://twitter.com/LordCLQTR/status/1928023216817098901?
हालांकि यह वीडियो कुछ वर्ष पुराना हो सकता है, क्योंकि इंटरनेट पर और तलाशने पर ब्रिटेन में रह रहे मुस्लिमों के बीच कम उम्र की लड़कियों की शादी के समाचार और रिपोर्ट्स काफी निकलकर आए। वर्ष 2012 की डेलीमेल की यह रिपोर्ट थी कि ब्रिटेन में मुस्लिम मस्जिद के मौलाना या मौलवी 12 साल तक की लड़कियों का निकाह करवाने के लिए तैयार हो गए थे, बशर्ते अभिभावक किसी को बताएं नहीं।
रिपोर्ट में क्या लिखा
इस रिपोर्ट में लिखा था कि 8000 जबरन हुई शादियों में से 1000 से अधिक शादियां ऐसी होती हैं, जिनमें लड़की की उम्र 15 वर्ष से कम है। दो इमामों ने कहा कि वे एक कम उम्र की लड़की की शादी बीस के करीब आयु के लड़के से करवा देंगे, हो सकता है कि वे शारीरिक संबंध बाद में बनाएं। इसमें इमाम कह रहा है कि शरिया कानून के अंतर्गत कोई समस्या नहीं है। ऐसा कहा गया है कि लड़की को अपने वयस्क होने के पहले लक्षण अपने शौहर के घर में ही दिखने चाहिए।
इमाम ने दी शादी की अनुमति
रिपोर्ट में लिखा गया था कि उस समय अब्दुल हक, एक सेवानिवृत्त इमाम जो उस समय भी पूर्वी लंदन के शोरडिच मस्जिद में शादियों में भाग लेते थे, ने इस शादी को कराने की सहमति दी थी। उन्होंने एक अंडरकवर संडे टाइम्स रिपोर्टर से कहा कि लोगों को बताएं कि यह सगाई है, लेकिन यह एक शादी होगी। इस्लाम में, जब लड़की यौवन तक पहुँच जाती है, तो पिता को अधिकार होता है, माता-पिता को अधिकार होता है, लेकिन इस देश के कानूनों के अनुसार अगर लड़की शिकायत करती है और कहती है कि उसकी शादी तय कर दी गई है और वह विवाह योग्य उम्र की नहीं थी, तो विवाह कराने वाले व्यक्ति के साथ-साथ माता और पिता को भी जेल हो सकती है। इस रिपोर्ट में था कि चूंकि ब्रिटेन में ऐसी शादियों की अनुमति नहीं है, इसलिए औपचारिक रस्में और औपचारिकताएं तभी हो पाती हैं, जब लड़की 16 वर्ष की हो जाए।
क्या कहती है रिपोर्ट
यह ब्रिटेन की वर्ष 2012 की रिपोर्ट थी। मगर पूरे यूरोप में दिनों दिन बढ़ रहे शरणार्थियों के कारण बच्चों के निकाह में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। वर्ष 2018 की politico की एक रिपोर्ट थी, जिसमें लिखा था कि कैसे सरकार इस समस्या का सामना कर रही है कि कम उम्र की लड़कियों की शादी हो रही है। ब्रिटेन से ही एक और रिपोर्ट guardian में वर्ष 2021 में प्रकाशित हुई थी। इस रिपोर्ट के अनुसार तत्कालीन प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के पास लगभग 20 संगठनों ने पत्र भेजा था कि शादी को लेकर बने मौजूदा कानून छोटे बच्चों की रक्षा करने में सक्षम नहीं है।
एक ब्रिटिश बच्ची की कहानी
इस रिपोर्ट में पेजी महमूद नामक एक ब्रिटिश बच्ची की कहानी थी, जिसका निकाह वर्ष 2003 में अपने से लगभग दोगुनी उम्र के पुरुष से हुआ था। उसकी बहन बनज़ का निकाह भी 17 वर्ष की उम्र में हुआ था। उनकी बहन निकाह के बाद कुछ समस्याओं के कारण अपना घर छोड़ आई थी। और फिर उनकी हत्या कथित इज्जत के नाम पर कर दी गई थी। उनकी लाश बर्मिंघम में मिली थी। और वर्ष 2023 में इंग्लैंड और वेल्स मे शादी की उम्र बढ़कर 18 वर्ष की गई थी। इससे पहले 16 और 17 साल की लड़कियों की शादी भी कर दी जाती थी।
ब्रिटेन में बढ़ रहीं शरिया अदालतें
अब यह कानून कितने ब्रिटिश मुस्लिम मान रहे हैं, इसके विषय में भी रिपोर्ट्स आनी शेष हैं। मगर यह ध्यान रखना चाहिए कि पिछले ही वर्ष यह रिपोर्ट आई थी कि ब्रिटेन में शरिया अदालतें बढ़ रही हैं और वे मुस्लिमों के निजी मामले जैसे कितने निकाह एक आदमी कर सकता है पर सलाह देती हैं। एक एप भी बनाया गया है, जिसमें कई तरह के विकल्प हैं। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार आंकड़े बताते हैं कि ब्रिटेन में लगभग 1,00,000 इस्लामी विवाह हुए हैं और इन्हें नागरिक प्राधिकारियों के पास पंजीकृत नहीं कराया गया है।
ब्रिटेन में मुस्लिम निकाह, तलाक जैसे मामलों के लिए शरिया अदालतों में जाते हैं और लगातार बढ़ रही कट्टरता के बीच लोग पुराने वीडियो, पुराने समाचार संभवतया इसलिए भी साझा कर रहे हैं कि यह समझ में आए कि समस्या कितनी पुरानी है।
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