अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि परिसर में श्रीराम दरबार सहित 7 देवालयों में विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान को काशी के विद्वानों के द्वारा कराया जाएगा। तीन दिवसीय महानुष्ठान तीन जून से शुरू होगा। आयोजन में देशभर से 101 आचार्य भी शामिल होंगे। काशी के आचार्य पं जयप्रकाश त्रिपाठी के आचार्यत्व में सभी अनुष्ठान होंगे। श्रीरामला प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के मुख्य आचार्य रहे पं लक्ष्मीकांत दीक्षित के शिष्य जयप्रकाश त्रिपाठी है। बीएचयू ज्योतिष विभाग के दो विद्वान भी अनुष्ठान में शामिल होंगे।
जयप्रकाश त्रिपाठी के सानिध्य में 12 वेदपाठी भी अयोध्या जाएंगे। उन्होंने बताया कि अनुष्ठान में काशी से 11 यजुर्वेद के विद्वान् और ऋग्वेद के विद्वान् भी अनुष्ठान में शामिल होंगे। काशी से सभी विद्वान 1 जून को अयोध्या के लिए प्रस्थान करेंगे। दो जून को कलश यात्रा के साथ महानुष्ठान की तैयारी शुरू हो जाएगी। प्राण प्रतिष्ठा श्रीरामदरबार, गणेश जी, सुर्यनारायण, माता अन्नपूर्णा, माता भगवती, शेषावतार और शिवजी की होगी।
पहले दिन तीन जून को मंडप में देवताओं का आह्वान और जलाधिवास होगा। दूसरे दिन चार जून को आह्वानित देवताओं का पूजन, अन्नाधिवास, स्नान, प्रसाद, मूर्ति भ्रमण और अन्य अनुष्ठान होंगे। अंतिम दिन पांच जून को देवताओं का पूजन, मूर्तियों को मंदिर में स्थापित कर प्राण प्रतिष्ठा के साथ महापूजन और महाआरती की जाएगी।
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