उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में हिस्ट्रीशीटर कादिर को पकड़ने गई पुलिस के कॉन्स्टेबल सौरभ की हत्या के बाद प्रशासन एक्शन में है। इस मामले में पुलिस ने अब तक 15 से अधिक आरोपियों को पकड़ लिया है।
क्या है पूरा मामला
दिल्ली से सटे गाजियाबाद में एक बदमाश को पकड़ने गई पुलिस पर बदमाशों ने हमला कर दिया था। बदमाश कादिर के 8-10 बदमाश दोस्तों ने पत्थरबाजी के साथ ही गोलीबारी शुरू कर दी और पकड़े गए बदमाश को भी छुड़ा लिया था। इसी बीच एक गोली कॉन्स्टेबल सौरभ के सिर में लगी और वहीं पर उनकी मृत्यु हो गई। ये पूरा घटनाक्रम जिले के मसूरी थाने के अंतर्गत आने वाले नाहल गांव का है, जहां नोएडा फेज-3 थाने की पुलिस टीम बदमाश कादिर उर्फ मंटा की तलाश में गई थी। मंटा को पुलिस वालों ने पकड़ा और चल पड़े। लेकिन इससे पहले कि पुलिस की टीम वहां से निकल पाती, मंटा के 8-10 साथियों ने पुलिस पर जानलेवा हमला कर दिया।
पुलिस वालों के संभलने से पहले ही गुंडों ने कादिर को छुड़ा लिया। लेकिन इसी दौरान बदमाशों की एक गोली गौतमबुद्धनगर के कॉन्स्टेबल के सिर में लगी और वो वहीं पर गिर पड़े। इस बीच मौका पाकर सारे अपराधी वहां से भाग निकले थे।
सौरभ के गांव में पसरा मातम
सौरभ के बलिदान होने की खबर मात्र से कॉन्स्टेबल सौरभ के पैत्रिक गांव शामली जिले के कन्नू खेड़ा में मातम सा पसर गया है। इस बीच नोएडा पुलिस के कमिश्नर और कर्मचारियों की ओर से मृतक के परिजनों को 75 लाख 16 हजार रुपए की मदद देने का ऐलान किया है।
वहीं जानकारी के अनुसार, कादिर एक हिस्ट्रीशीटर बदमाश है। पिछले साल मुजफ्फरनगर पुलिस के साथ उसकी मुठभेड़ हुई है, जिसमें पुलिस वालों ने उसके पैर में गोली मार दी थी। पुलिस पर जानलेवा हमले के मामले में उसे जेल भी भेजा गया था।
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