पंजाब में नशा अब लोगों की नसों में घुसता दिखाई देने लगा है, हालत यह है कि पुलिस रंगरूट भी इससे बच नहीं पा रहे। वह पुलिस कर्मी जिन्होंने ट्रेनिंग लेने के बाद नशों व अपराध जगत के खिलाफ लड़ाई लडऩी है वे खुद ही नशे की दलदल में धंसे दिखाई देने लगे हैं। समाचार है कि पंजाब पुलिस में भर्ती हुए छह नए रंगरूटों का डोप टेस्ट पॉजिटिव पाया गया है।
जिला होशियारपुर में स्थित पंजाब रंगरूट ट्रेनिंग सेंटर (पीआरटीसी) जहानखेलां में सभी का डोप टेस्ट करवाया गया था। इसके बाद सभी को वापस भेज दिया गया है। कार्यालय कमांडेट, पुलिस रिक्रूट्स ट्रेनिंग सेंटर जहानखेलां की ओएसआई ब्रांच द्वारा जारी पत्र मिला। पत्र में लिखा गया है कि नए रिक्रूट्स का बैच नंबर 270 बेसिक ट्रेनिंग कर रहा है। इस सेंटर में तैनात सीडीआई द्वारा प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार छह नए रंगरूटों की शारीरिक हरकतों से लग रहा था कि वे किसी प्रकार के नशे का सेवन करते है, जिसकी सुगंध नहीं आती है।
इसके बाद इन सिपाहियों का डोप टेस्ट करवाने के लिए एएसआई गुरदीप सिंह की ड्यूटी लगाई गई। पत्र में लिखा गया कि 21 मई 2025 को छह रंगरूट सिपाही अर्शदीप सिंह, मनीष, सुमित (पटियाला निवासी), तेजविक्रमजीत सिंह, आदेश प्रताप सिंह (तरनतारन) और अमरजीत सिंह लुधियाना का मेडिकल टेस्ट करवाने के लिए सिविल अस्पताल होशियारपुर भेजा गया।
यहां इन सभी का डोप टेस्ट करवाया गया जो पॉजिटिव आया। पत्र में स्पष्ट लिखा गया है कि इन छह सिपाहियों को बिना बेसिक ट्रेनिंग पास किए वापस उनके जिलों में भेजा जाता है। इसके अलावा उक्त बैच से इनका नाम खारिज किया जाता है। पत्र में लिखा गया कि उक्त सिपाहियों को अपने कमिशनरेट, जिले में रिपोर्ट करने संबंधी लिखा गया है और नशा छोड़ने को कहा गया है।
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