कर्नाटक के हावेरी जिले में गैंगरेप के सात आरोपियों ने जमानत मिलने के बाद कार और बाइक पर विजयी जुलूस निकालकर जश्न मनाया। सोशल मीडिया पर शुक्रवार (23 मई) से गैंगरेप के आराेपियों का वीडियो वायरल हो रहा है। बाइक, लग्जरी कारों और लाउड म्यूजिक के साथ सड़कों पर हुड़दंग करने की इस घटना से पूरे जिले में आक्रोश है। दरअसल, जनवरी 2024 में 26 साल की महिला के साथ गैंगरेप मामले में गिरफ्तारी के बाद इन सभी आरोपियों को जेल हुई थी। हावेरी सेशन कोर्ट ने आफताब चंदनकट्टी, मदार साब मंडक्की, समीवुल्ला लालनवर, मोहम्मद सादिक अगासिमानी, शोएब मुल्ला, तौसीप छोटी और रियाज साविकेरी को इसलिए जमानत दी, क्योंकि पीड़िता अदालत में उनकी पहचान नहीं कर पाई।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा शर्मनाक वीडियो हावेरी जिले के अक्की अलूर कस्बे का है। वायरल वीडियो में गैंगरेप के सभी आरोपी लाउड म्यूजिक, बाइक व लग्जरी कारों के काफिले के साथ मुस्कुराते और विजय चिह्न दिखाते हुए दिखाई दे रहे हैं। आरोपियों द्वारा इस तरह से खुलेआम जश्न और तांडव करने की घटना से न केवल पीड़िता की भावनाएं आहत हुई हैं, बल्कि कानून व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े हुए हैं जिससे आक्रोश फैल गया है। सोशल मीडिया पर यूजर्स इसकी कड़ी निंदा करते हुए सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। अभि नाम के एक यूजर ने लिखा कि ऐसा ही होता आया है। ये कोई नई बात नहीं है, पर नंगा नाच बहुत शर्मसार करता है।
एक अन्य यूजर ने वायरल वीडियो पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए लिखा, “गैंगरेप करने वालों की एक ही सजा मृत्यु दंड है। गैंगरेप करने वाला न किसी का बेटा है, न किसी का भाई, वो तो एक दाग है समाज, देश और दुनिया के लिए। पापी को दंड ना मिले तो समाज को दंड मिलता है।”
मीना कुमारी एक्स पर लिखती हैं, “ऐसी ही न्याय व्यवस्था से तो आम जनता परेशान है, जहां निर्दोष को सजा और दोषियों को बरी कर दिया जाता है ताकि वह समाज में और भ्रष्टाचार बढ़ाए। कब तक आम जनता ऐसी झूठी न्याय व्यवस्था को बर्दाश्त करती रहेगी। क्या कभी ऐसी घटिया न्याय व्यवस्था से छुटकारा मिल पाएगा।”
गैंगरेप मामले में कुल 19 लोग हुए थे गिरफ्तार
रिपोर्ट्स के मुताबिक 26 वर्षीय पीड़िता कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम के ड्राइवर के साथ लंबे समय से रिश्ते में थी। दोनों अलग-अलग धर्मों से थे। जनवरी 2024 को पीड़िता हनागल में एक होटल में रुकी थी, तभी उसे होटल से घसीटकर जंगल में ले जाया गया और उसके साथ गैंगरेप किया गया। पुलिस जांच में पता चला था कि महिला आरोपियों की परिचित थी। उसका कसूर सिर्फ इतना था कि वह होटल में दूसरे धर्म के युवक के साथ रुकी थी। आरोपियों ने कपल को लात-घूसे मारते हुए वीडियो भी बनाया था। डीएनए, सीसीटीवी और 80 गवाहों के बयान के बाद पुलिस ने इस मामले में कुल 19 लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनमें से 12 को 10 महीने पहले ही जमानत मिल चुकी थी। वहीं इन सात मुख्य आरोपियों को कई महीनों तक जेल में रखा गया था। लेकिन अदालत में पीड़िता इन आरोपियों की पहचान नहीं कर पाई, जिसकी वजह से इन्हें जमानत देनी पड़ी।
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