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बेशर्म पाकिस्तान! आतंकी हमले करने के बाद नागरिक सुरक्षा पर UN में बांट रहा ज्ञान, भारत ने बोलती बंद कर दी

संयुक्त राष्ट्र में भारत के हरीश पुरी ने पाकिस्तान के आतंकवाद समर्थन को बेनकाब किया। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान नागरिकों पर हमले और आतंकी जनाजों में पाक सेना की भूमिका की पोल खोली।

Published by
Kuldeep singh

उरी, पुलवामा और हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले में स्पष्ट तौर पर पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकियों का ही हाथ था। लेकिन, बेशर्मी तो देखो भारत में आतंकी हमले करने के बाद वह संयुक्त राष्ट्र में नागरिकों की सुरक्षा के मुद्दे पर ज्ञान बांट रहा है। उसके इस ज्ञान पर पूर्ण विराम लगाते हुए UN में भारत के स्थायी प्रतिनिधि हरीश पुरी ने कुछ ऐसा कहा कि पाकिस्तान की बोलती ही बंद हो गई।

क्या कहा भारत ने

पाकिस्तान की बकवास पर भारत के प्रतिनिधि हरीश ने पुरी ने टिप्पणी की कि जो देश आतंकियों और नागरिकों में फर्क नहीं कर सकता है, उसे नागरिकों की सुरक्षा पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है। एक नई कई उदाहरण देते हुए पुरी ने आतंक के पर्याय बने पाकिस्तान को बेनकाब किया। उन्होंने कहा कि मुंबई का हमला हो या हो पहलगाम आतंकी हमला, भारत पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का पीड़ित रहा है। इनके आतंकियों के निशाना हमारे आम लोग रहे हैं। ऐसे में इन लोगों का नागरिकों की सुरक्षा पर ये भाषण अंतरराष्ट्रीय समुदाय के मुंह पर तमाचा है।

ऑपरेशन सिंदूर का भी किया जिक्र

इस मौके पर यूएन में पुरी ने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जानबूझकर पाकिस्तान ने सीमा से सटे गांवों में गोलीबारी की। इसमें 20 नागरिकों की मौत हो गई। 80 से भी अधिक लोग घायल हुए हैं। इसलिए ऐसी सेना या सरकार जो धार्मिक स्थलों आम लोगों पर हमले करती है, वह इन मंचों पर भाषण देने के लायक ही नहीं है।

आतंकियों के जनाजे में शामिल हुए सैन्य अधिकारी

संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान को पूरी तरह से पर्दारहित करते हुए हरीश पुरी ने बताया कि हाल ही में आतंकियों पर हमारी स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान सेना के अधिकारी आतंकियों के जनाजे में शामिल हुए। इससे पता चलता है कि इन लोगों को आतंकियों और नागरिकों में फर्क ही नहीं पता।

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