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आतंकवाद के खिलाफ भारत को UAE का समर्थन, सांसदों के प्रतिनिधिमंडल ने की अहम बातचीत

ऑपरेशन सिंदूर के बाद, भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की आतंकवादी गतिविधियों की सच्चाई उजागर करने के लिए अभियान तेज कर दिया है।

Published by
Mahak Singh

ऑपरेशन सिंदूर के बाद, भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की आतंकवादी गतिविधियों की सच्चाई उजागर करने के लिए अभियान तेज कर दिया है। इसी क्रम में शिवसेना के सांसद श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व में भारतीय सांसदों का एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) पहुँचा। वहाँ उन्होंने कई महत्वपूर्ण बैठकों में भाग लिया। इस प्रतिनिधिमंडल ने डॉ. अली राशिद अल नूमी से मुलाकात की। डॉ. अली राशिद यूएई संघीय राष्ट्रीय परिषद के रक्षा मामलों, आंतरिक और विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष हैं। इस मुलाकात में आतंकवाद के मुद्दे पर गंभीर चर्चा हुई। डॉ. अल नूमी ने कहा, “आतंकवाद का कोई धर्म या राष्ट्रीयता नहीं होती। यह पूरी दुनिया और मानवता के लिए एक बड़ा खतरा है। इससे निपटने के लिए सभी देशों को मिलकर एकजुट होकर काम करना होगा।”

उन्होंने यह भी कहा कि भारत और यूएई पहले से ही सुरक्षा और सहयोग के क्षेत्र में मिलकर काम कर रहे हैं। “भारत केवल हमारी सरकार का नहीं, बल्कि हमारे लोगों का भी रणनीतिक साझेदार है। भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि है,”। सांसद श्रीकांत शिंदे ने बताया कि यूएई के सहिष्णुता मंत्री शेख नाहयान से भी सकारात्मक चर्चा हुई। उन्होंने कहा, “यूएई आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ मजबूती से खड़ा है। यह एक महत्वपूर्ण संदेश है, खासकर उस क्षेत्र से जहां विविधता खुद संस्कृति का हिस्सा है।” उल्लेखनीय है कि भारत सरकार ने पाकिस्तान की साजिशों को उजागर करने के लिए सात देशों में सांसदों के प्रतिनिधिमंडल भेजे हैं, जिनमें यूएई, लाइबेरिया, कांगो और सिएरा लियोन शामिल हैं।

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