हिसार (हि.स.) । जासूसी के आरोप में गिरफ्तार ज्योति मल्होत्रा के केस में मामले की जांच चल रही है। हिसार पुलिस ज्योति से लगातार पूछताछ कर रही है। कुछ केन्द्रीय जांच एजेेंसियों ने भी आरोपित ज्योति से पूछताछ की है।
पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन ने बुधवार काे बताया कि ज्योति मल्होत्रा को गत 16 मई को गिरफ्तार किया गया था और फिलहाल वह पांच दिन के पुलिस रिमांड पर है। रिमांड के दौरान पूछताछ के चलते पुलिस ने आरोपित ज्योति से तीन मोबाइल फोन, एक लैपटॉप और कुछ अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण कब्जे में लिए हैं। इसके साथ ही कुरुक्षेत्र निवासी हरकीरत को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया था। हरकीरत वीजा सेवा उपलब्ध करवाता है। पुलिस ने हरकीरत से दो मोबाइल फोन कब्जे में लिए हैं, लेकिन हरकीरत को फिलहाल गिरफ्तार नहीं किया गया है। ज्योति और हरकीरत से बरामद मोबाइल फोन, लैपटॉप और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा गया है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस बारे में सोशल मीडिया व कुछ अन्य प्लेटफार्म पर तथ्यहीन खबरें भी चल रही हैं और ये खबरें ना सिर्फ जांच को प्रभावित करती हैं, बल्कि ऐसे मामलों में सीधे तौर पर राष्ट्रीय सुरक्षा को भी प्रभावित करती हैं। उन्होंने बताया कि पूरे मामले में जांच हिसार पुलिस कर रही है और आरोपित हिसार पुलिस की ही हिरासत में है। कुछ केन्द्रीय जांच संस्थाएं आरोपित से समय-समय पर पूछताछ कर रही हैं, परंतु इनमें से किसी भी संस्था को आरोपित की हिरासत नहीं सौंपी गई। उन्होंने कहा कि आरोपित की किसी भी सैन्य, रक्षा या रणनीतिक जानकारी तक पहुंच होने बारे कोई तथ्य अभी तक सामने नहीं आया है। इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की फॉरेंसिक लैब का विशलेषण का परिणाम हिसार पुलिस को नहीं मिला। आरोपित के वाट्सअप चैट के बारे में अभी कुछ भी टिप्पणी नहीं जा सकती।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपित की कथित डायरी के जो पन्ने सार्वजनिक रूप से दिखाए जा रहे हैं, वो पुलिस के कब्जे में नहीं है। इसी तरह आरोपित के चार बैंक अकाउंट की गहनता से जांच की जा रही है। पैसों के लेन-देन के बारे में अभी कोई टिप्पणी नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि आरोपित निश्चित ही यह जानते हुए कि कुछ लोग पीआईओ हैं, उनसे सम्पर्क में थी लेकिन अभी तक सीधे तौर पर ऐसा कोई तथ्य सामने नहीं आया जिससे यह कहा जा सके कि आरोपित का सम्पर्क किसी आतंकवादी संगठन से था। आरोपित के किसी भी आतंकवादी घटनाओं में संलिप्तता को लेकर कोई तथ्य अभी तक सामने नहीं आया है। उन्होंने बताया कि आरोपित के किसी पीआईओ के साथ शादी, धर्म परिवर्तन इत्यादि के बारे में अभी तक कोई तथ्य सामने नहीं आया है।
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