भारत के ऑपरेशन सिंदूर को लेकर न्यूयॉर्क टाइम्स और अन्य अमेरिकी अखबारों ने हाल ही में अनेक रिपोर्ट प्रकाशित की हैं। इस सैन्य अभियान में भारत ने पाकिस्तान के कई हवाई अड्डों और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, जिससे उन्हें भारी नुकसान हुआ है। पाकिस्तान लाख झूठ बोले, लेकिन हमले से पहले और बाद की सैटेलाइट तस्वीरों से साफ है कि जिन्ना के देश के प्रमुख एयरबेस अब बर्बाद हो चुके हैं।
भारत ने यह सैन्य अभियान 22 अप्रैल को पाकिस्तान प्रायोजित पहलगाम जिहादी हमले का कड़ा जवाब देने के लिए शुरू किया था, जो अपने उद्देश्य में सौ फीसदी कामयाब साबित हुआ है। न्यूयाॅर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, सैटेलाइट तस्वीरों से यह साफ हुआ है कि पाकिस्तान एयरबेस के रनवे, हैंगर और इमारतों को भारी नुकसान पहुंचा है। रिपोर्ट पाकिस्तान द्वारा भारत के उधमपुर एयरबेस पर हमले के दावे को झूठा बताते हुए कहती है कि एयरबेस की 12 मई की सैटेलाइट तस्वीरों में उसे कोई नुकसान पहुंचा नहीं दिख रहा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने पाकिस्तान के 11 ठिकानों पर अचूक हमले किए, जिनमें कराची के पास भोलारी एयरबेस और नूर खान एयर बेस शामिल हैं। भारत को इस ऑपरेशन से रणनीतिक बढ़त मिली है। भारत ने ड्रोन और प्रिसिजन गाइडेड मिसाइलों से पाकिस्तान की सैन्य क्षमता जर्जर कर दी है।
अखबार लिखता है कि पाकिस्तान ने दावा किया था कि उसने भारत के उधमपुर और आदमपुर एयरबेस को निशाना बनाया, लेकिन सैटेलाइट तस्वीरों में इन ठिकानों को कोई नुकसान नहीं दिखा है। भारत के आतंक के विरुद्ध इस सैन्य अभियान को लेकर अमेरिकी और पश्चिमी मीडिया में व्यापक चर्चा हो रही है। पहले कुछ अखबारों ने पाकिस्तान के दावों को बढ़ा-चढ़ाकर छापा था, लेकिन अब न्यूयॉर्क टाइम्स ही नहीं, वॉशिंगटन पोस्ट ने भी भारत के हमलों के जबरदस्त प्रभाव और अचूक निशाने की पुष्टि की है और जिन्ना के देश के दावे फर्जी साबित किए हैं।
भारत के हवाई हमलों से पहले और बाद की हाई-रिज़ॉल्यूशन सैटेलाइट तस्वीरों में भारतीय हमलों से पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को नुकसान पहुंचा दिखाई देता है। उदाहरण के लिए, पाकिस्तानी बंदरगाह शहर कराची से 100 मील से भी कम दूरी पर स्थित भोलारी एयर बेस पर भारत के रक्षा अधिकारियों के अनुसार, एक विमान हैंगर पर हमला किया गया। तस्वीरों में हैंगर जैसी दिखने वाली चीज़ को स्पष्ट नुकसान पहुंचा दिखाई देता है। ये सभी सैटेलाइट तस्वीरें मैक्सार टेक्नोलॉजीस और प्लैनेट लैब्स द्वारा ली गई हैं, इसलिए प्रामाणिक मानी जा रही हैं। जिन्ना के देश के सैन्य मुख्यालय और प्रधानमंत्री कार्यालय के बेहद पास नूर खान एयरबेस को भारी नुकसान पहुंचने के प्रमाण मिले हैं। यहां से पाकिस्तान के परमाणु शस्त्रागार की देखरेख और सुरक्षा करने वाली इकाई कुछ ही दूरी पर है। भारत का यह शायद सबसे संवेदनशील सैन्य लक्ष्य था, जिस पर सटीक हमला किया गया था।
10 मई को पाकिस्तान ने रहीम यार खान एयरबेस के लिए एक नोटिस जारी किया था जिसमें कहा गया था कि रनवे काम में नहीं लिया जा रहा है। भारत ने बयान जारी किया कि पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में सरगोधा एयरबेस पर रनवे के दो हिस्सों पर हमला करने के लिए सटीक हथियारों का इस्तेमाल किया गया। भारत का यह दावा सैटेलाइट तस्वीरों से पुष्ट होता है।
अखबार लिखता है कि भारत की जिन जगहों पर पाकिस्तान ने हमला करने का दावा किया था, उनकी सैटेलाइट तस्वीरें पाकिस्तानी हमलों से किसी प्रकार का नुकसान नहीं दिखा पा रही हैं। पाकिस्तान के सरकारी मीडिया के अनुसार, उनके बलों ने भारत के उधमपुर हवाई अड्डे को ‘नष्ट’ कर दिया है। लेकिन 12 मई की सैटेलाइट तस्वीर में ऐसा कोई नुकसान नहीं दिख रहा है।
विदेशी मीडिया के झूठ
- समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने पाकिस्तानी सेना के हवाले से लिखा, “पाकिस्तान ने तीन भारतीय विमानों को मार गिराया है। भारतीय कश्मीर के चार सरकारी सूत्रों ने रॉयटर्स को बताया कि रात के समय हिमालय क्षेत्र में तीन लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गए और पायलटों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।”
- तुर्की की न्यूज एंड मीडिया वेबसाइट टीआरटी वर्ल्ड ने लिखा, “पाकिस्तान ने पांच भारतीय लड़ाकू विमानों को मार गिराया है और कुछ भारतीय सुरक्षाबलों को पकड़ लिया है।” यह झूठा दावा पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ और सैन्य प्रवक्ता ने किया था, जिसे टीआरटी ने बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया।
- चीन की सरकारी मीडिया चाइना ग्लोबल टेलीविजन नेटवर्क (सीजीटीएन) ने एक्स पर पाकिस्तान के फर्जी दावों को भारत के खिलाफ प्रचारित किया। चीन ने राफेल के बारे में एक्स पर सीजीटीएन की रिपोर्ट को टैग करते हुए पोस्ट किया, “पाकिस्तानी एयरफोर्स ने भारत द्वारा पाकिस्तान में कई स्थानों पर रात भर किए गए हवाई हमलों के जवाब में तीन भारतीय लड़ाकू विमानों को मार गिराया है।”
- ग्लोबल टाइम्स ने एक्स पर चीनी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के हवाले से लिखा, ‘‘पाकिस्तानी सेना की मीडिया विंग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के महानिदेशक अहमद शरीफ चौधरी ने 7 मई को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुष्टि की है कि पाकिस्तान में भारत द्वारा किए गए हमलों में कम से कम 26 निर्दोष लोग मारे गए और 46 अन्य घायल हुए हैं।”
- ग्लोबल टाइम्स ने लेख छापा, जिसमें कहा गया कि “पाकिस्तानी एयरफोर्स ने भारत के हवाई हमलों के जवाब में तीन भारतीय लड़ाकू विमानों को मार गिराया।”
- जर्मनी की समाचार एजेंसी DW हिंदी ने पाकिस्तानी सेना के हवाले से कहा, “7 मई, 2025 की सुबह पाकिस्तान में भारत की एयरस्ट्राइक के बाद पाक ने पांच भारतीय विमानों को मार गिराने का दावा किया है।”
- अमेरिकी समाचार एजेंसी सीएनएन वर्ल्ड ने लिखा, “भारत ने पाकिस्तान में बहुत अंदर तक हमला किया। पाकिस्तान ने दावा किया है कि उसने पांच भारतीय लड़ाकू विमानों को मार गिराया, जिससे तनाव और बढ़ गया है।”
- द न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा, “भारतीय अधिकारियों, पश्चिमी राजनयिकों और स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, दो या तीन भारतीय विमान भारत की सीमा के अंदर गिरे। पाकिस्तान का दावा है कि उसने पांच विमान, जिसमें तीन राफेल, एक मिग-29, एक एसयू-30 और एक हेरॉन ड्रोन शामिल हैं।”
- तुर्की की समाचार एजेंसी अनादोलु अजांसी ने “पाकिस्तान ने भारतीय वायुसेना के 5 जेट विमान गिराए : डिफेंस चीफ” शीर्षक से एक लेख प्रकाशित किया।
- इटली की समाचार एजेंसी द एविएशनिस्ट ने “फ्रांसीसी खुफिया सूत्रों ने सीएनएन को बताया कि भारतीय राफेल को पाकिस्तान ने मार गिराया” शीर्षक से लिखा।
- आरबीसी-यूक्रेन ने “राफेल को पहली बार मार गिराया : पाकिस्तान ने भारतीय लड़ाकू विमान को मार गिराया” शीर्षक से लेख प्रकाशित किया।
- बुल्गारिया की समाचार एजेंसी बुल्गेरियनमिलिट्री.कॉम ने “3 भारतीय जेट क्रैश, पाकिस्तान ने 5 को मार गिराने का दावा किया” शीर्षक से लेख प्रकाशित किया।
- एविएसिऑनलाइन (अर्जेंटीना) ने लिखा, “भारत ने पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच राफेल लड़ाकू विमान के नुकसान की पुष्टि की”।
- पाकिस्ताान ने दावा किया कि उसने चीन निर्मत जे-10सी विमानों की मदद से भारत के राफेल और सुखोई विमानों पर हमला बोला। पायलट ने चीन की PL-15 मिसाइल का इस्तेकमाल किया। बेल्जियम की समाचार एजेंसी आर्मी रिकॉग्निशन ने लिखा, “पहले फ्रांसीसी राफेल लड़ाकू विमान को नुकसान? पाकिस्तान ने भारतीय राफेल को गिराने के लिए चीन के जे-10सी और पीएल-15 का इस्तेमाल किया।”
- ब्रिटेन के द इंडिपेंडेंट का शीर्षक था, “पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने सीमा पार से जारी तनाव के बीच भारतीय राफेल विमानों को मार गिराया।”
‘जबरदस्त मार मारी है भारत ने’

वाशिंगटन पोस्ट ने अपनी रिपोर्ट में माना कि पाकिस्तान पर भारतीय हमलों ने कम से कम छह हवाई अड्डों के रनवे और अवसंरचनाओं को नुकसान पहुंचाया। ऑपरेशन सिंदूर पर प्रकाशित वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट में भारत के सैन्य हमले के बाद की सैटेलाइट तस्वीरों का विश्लेषण किया गया है। लेख में विशेषज्ञों को उद्धृत करते हुए कहा गया है कि ऑपरेशन सिंदूर दो दक्षिण एशियाई प्रतिद्वंद्वियों के बीच दशकों से चल रहे संघर्ष में अपनी तरह का सबसे महत्वपूर्ण हमला था। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘दो दर्जन से अधिक उपग्रह चित्रों और उसके बाद के वीडियो की समीक्षा में पाया गया है कि हमलों ने तीन हैंगर, दो रनवे और वायुसेना द्वारा इस्तेमाल की जाने वालीं दो इमारतों को भारी नुकसान पहुंचा है।
भारत ने पाकिस्तान में 100 मील अंदर तक के ठिकानों को ध्वस्त किया।’ किंग्स काॅलेज, लंदन में अंतरराष्ट्रीय संबंधों के वरिष्ठ व्याख्याता वाॅल्टर लैडविग ने कहा कि चार दिन के भारत के हवाई हमलों ने 1971 के युद्ध के बाद, पाकिस्तानी सैन्य बुनियादी ढांचे पर सबसे ज्यादा मारक भारतीय हवाई हमले बोले। सैटेलाइट तस्वीरों के अनुसार, भारत ने पाकिस्तान की आक्रामक और रक्षात्मक हवाई क्षमताओं को गंभीर चोट पहुंचाने के उद्देश्य से सटीक हमलों में हाई प्रोफ़ाइल लक्ष्यों को निशाना बनाया। रिपोर्ट बताती है, ‘इस्लामाबाद के ठीक बाहर रावलपिंडी में नूर खान एयर बेस पर दो मोबाइल नियंत्रण केंद्र नष्ट हो गए।’
पाकिस्तान का नूर खान एयरबेस देश में सबसे महत्वपूर्ण सैन्य हवाईअड्डों में से एक माना जाता है, क्योंकि यह सेना का केंद्रीय परिवहन केंद्र है। यह बेस रणनीतिक योजना मुख्यालय के करीब है, जो देश के परमाणु हथियारों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है। पाकिस्तान में भोलारी और शाहबाज एयरबेस को भी भारी नुकसान पहुंचा है, जिसमें विमान हैंगर के रूप में इस्तेमाल किए जाने वाले ठिकाने नष्ट हुए हैं। भोलारी में एक हैंगर की छत में लगभग 60 फीट चौड़ा गड्ढा बन गया है।
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