प्रतीकात्मक तस्वीर
‘ऑपरेशन सिंदूर रुका है, खत्म नहीं हुआ है। जिस प्रकार से अमेरिका ने राणा को लाया गया, उसी प्रकार से पाकिस्तान को भी साजिद मीर, जकीउर रहमान लखवी औऱ हाफिज सईद जैसे आतंकियों को भारत को सौंपना चाहिए।’ ये बात इजरायल में भारत के राजदूत जेपी सिंह ने कही है। उन्होंने दो टूक लहजे में चेतावनी दी है कि आतंकवाद के खिलाफ भारत अब आक्रामक नीति अपना रहा है और ये नई नीति अब सामान्य हो गई है।
इजरायली टीवी चैनल I24 को दिए एक इंटरव्यू में जेपी सिंह ने भारत सरकार की नीति को स्पष्ट किया कि जब तक आतंकी और उनके स्ट्रक्चर हैं, भारत कार्रवाई करेगा। आतंक का खात्मा ही हमारी प्राथमिकता है और हमारी नीति इस मामले में स्पष्ट है। लश्कर के चीफ हाफिज सईद, साजिद मीर और जकीउर रहमान लखवी को लेकर उन्होंने स्पष्ट कहा कि पाकिस्तान को इससे जुड़े तकनीकी जानकारियां, डोजियर और सबूत दे दिए हैं, अब उसे इन्हें वापस करना ही होगा। वहां ये आतंकी खुलेआम घूम रहे हैं।
जेपी सिंह ऑपरेशन सिंदूर पर बात करते हुए पाकिस्तान के द्वारा सीजफायर के लिए गिड़गिड़ाने की कहानी को बताया। उन्होंने कहा कि जब भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान के नूर खान एयरबेस को तबाह कर दिया, तो इस्लामाबाद में बैठे उसके आकाओं के हाथ पांव फूल गए। वे घबराने लगे और उसके बाद पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारत के डीजीएमओ से फोन पर संपर्क किया और सीजफायर करने की मांग की। उन्होंने ये भी कहा कि पहल गाम में आतंकी हमले के कारण ही ऑपरेशन संदूर को लॉन्च किया गया था। जेपी सिंह कहते हैं कि आतंकवादियों ने लोगों से उनका धर्म पूछकर उन्हें मारा था।
इसके साथ ही उन्होंने सिंधु जल संधि को लेकर पीएम मोदी के कहे शब्दों को दोहराया कि खून और पानी एक साथ नहीं बहेगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ये वक्त है कि भारत और इजरायल मिलकर आतंक और उसे समर्थन देने वाले देशों के खिलाफ एक गठबंधन बनाएं। उल्लेखनीय है कि 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था और 7 मई को भारत सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था।
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