भारत से पिटे जिन्ना के देश के विदेश मंत्री इशाक डार आज चीन जाकर टपकाएंगे घड़ियाली आंसू, मुत्तकी से भी होगी बात
May 19, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

भारत से पिटे जिन्ना के देश के विदेश मंत्री इशाक डार आज चीन जाकर टपकाएंगे घड़ियाली आंसू, मुत्तकी से भी होगी बात

इशाक डार की आज से हो रही चीन यात्रा को रणनीतिक सहयोग और भारत-पाकिस्तान तनाव को कम करने में बीजिंग की मदद की गुहार की कोशिश के रूप में भी देखा जा रहा है

by Alok Goswami
May 19, 2025, 12:18 pm IST
in विश्व, रक्षा, विश्लेषण
डार वहां के विदेश मंत्री वांग यी (दाएं) से मिलकर घड़ियाली आंसू बहाने वाले हैं

डार वहां के विदेश मंत्री वांग यी (दाएं) से मिलकर घड़ियाली आंसू बहाने वाले हैं

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

आपरेशन सिंदूर में आतंकवाद के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति पर चल रहे भारत से बुरी तरह चोट खाए जिन्ना के देश के नेता मुस्लिम ब्रदरहुड का वास्ता देकर दुनिया भर के इस्लामी देशों के सामने गिड़गिड़ा चुके हैं, लेकिन किसी ने उसके आंसू नहीं पोंछे हैं। सिर्फ तुर्किए और अजरबैजान ही उसके पाले में खड़े दिख रहे हैं। उधर कम्युनिस्ट विस्तारवादी चीन अपने स्वार्थ और शैतानी मंशा की वजह से परोक्ष रूप से जिन्ना के देश के आंसू पोंछ रहा है। इसीलिए आज पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार बीजिंग जा रहे हैं। एजेंडे में द्विपक्षीय सहयोग, व्यापार और क्षेत्र की सुरक्षा स्थितियों का जायजा लेना बताया जा रहा है। लेकिन डार के बीजिंग जाने की असलियत दुनिया जानती है।

डार वहां के विदेश मंत्री वांग यी से मिलने वाले हैं और बेशक, भारत को लेकर उनके कान भरकर घड़ियाली आंसू बहाने वाले हैं। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार, बीजिंग में अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर मुत्तकी से भी उनकी बात होगी। मुत्तकी से पिछले सप्ताह भारत के विदेश मंत्री जयशंकर फोन पर लंबी बात कर चुके हैं। तालिबान हुकूमत आजकल पाकिस्तान के नेतृत्व से बौखलाए हुए हैं। लेकिन बीजिंग में डार के दौरे से क्या निकलने वाला है इस पर विश्व के रक्षा विशेषज्ञ खास नजर बनाए हुए हैं।

चीनी नेतृत्व से डार के इस दौरे के लिए जैसे तैसे हामी भरवाने के बाद, जिन्ना के देश के विदेश मंत्री यह जताने की पूरी कोशिश करेंगे कि ‘चीन के विदेश मंत्री वांग यी जानते हैं कि उनके लिए पाकिस्तान एक अहम देश है। और कि, चीन जिन्ना के देश के लिए संकट की इस घड़ी में उसके साथ खड़ा है।’ सूत्रों के अनुसार, तालिबानी विदेश मंत्री पर बीजिंग ने वहां आकर डार से मिलने का दबाव डाला होगा। डार के साथ उनकी बैठक से संभवत: यह संकेत जाए कि अफगान हुकूमत भी पाकिस्तान से हमदर्दी रखती है। लेकिन क्या ऐसा होगा?

अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री अनेक अवसरों पर अपने देश के प्रति पाकिस्तान की शैतानी का खुलासा कर चुके हैं। लेकिन क्योंकि आज अफगानिस्तान की हुकूमत को आधि​कारिक तौर पर सिर्फ बीजिंग ने मान्य किया हुआ है, इसलिए वांग का वहां आने का अनुरोध वह शायद टाल नहीं पाए होंगे। लेकिन क्या वे भारत के विरुद्ध इशाक डार का फर्जी रोना—धोना सुनेंगे और उसे मरहम लगाएंगे, यह जानना दिलचस्प होगा। पाकिस्तान, चीन और अफगानिसतान की इस प्रस्तावित त्रिपक्षीय बैठक का मुख्य एजेंडा क्षेत्रीय सुरक्षा, व्यापार और हाल के भूराजनीतिक घटनाक्रमों पर चर्चा है। लेकिन बैठक का अधिकांश समय भारत के पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादी कैंपों पर निर्णायक प्रहार और उसके बाद जिन्ना के देश की असफल सैन्य हरकतों की चर्चा में ही जाने की उम्मीद लगाई जा रही है।

मुत्तकी से पिछले सप्ताह भारत के विदेश मंत्री जयशंकर फोन पर लंबी बात कर चुके हैं

बेशक, चर्चा में जिन्ना के देश के विदेश मंत्री इशाक डार ‘भारत की सैन्य क्षमताओं और उसके सामने पाकिस्तान के कड़ी टक्कर लेने’ को लेकर चिरपरिचित फर्जी बयानबाजी करेंगे। भारत पर तुर्की के खैरात में दिए घटिया क्वालिटी के ड्रोन और मिसाइलें दागकर जिस प्रकार पाकिस्तान ने भारत के आम नागरिकों पर प्रहार करने की कोशिश की, उसे सैन्य परंपराओं की जानकारी रखने वाला कोई देश उचित ठहरा ही नहीं सकता। चार दिन में भारत ने पाकिस्तान को ऐसी मार मारी की उसे अपने कद का भान हो गया और वह संघर्ष विराम के लिए भारत के सामने गिड़गिड़ाने लगा। भारत युद्ध चाहता ही नहीं था, आपरेशन सिंदूर का उद्देश्य तब और आगे भी अपने पर हर आतंकवादी हमले का कड़ा जवाब देना ही है। लेकिन आतंकवाद का प्रसारक जिन्ना का देश सैन्य संघर्ष पर उतर आया और मुंह की खाने को मजबूर हुआ। अंतत: संघर्ष विराम हुआ।

भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिक्रांत जम्मू कश्मीर में स्थित आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले करके 100 से अधिक आतंकियों को ठिकाने लगाया। इसके जवाब में पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य ठिकानों ही नहीं, आम नागरिकों और धार्मिक स्थलों को निशाना बनाने की कोशिश की, जिसका भारत की ओर से अचूक प्रतिकार किया गया।

इस पृष्ठभूमि में, इशाक डार की आज से हो रही चीन यात्रा को रणनीतिक सहयोग और भारत-पाकिस्तान तनाव को कम करने में बीजिंग की मदद की गुहार की कोशिश के रूप में भी देखा जा रहा है। ध्यान रहे, पाकिस्तान चीन से राजनयिक और सैन्य समर्थन हासिल करने की कोशिश कर रहा है, ताकि वह अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत पर दबाव बना सके।

मोटे तौर पर बैठक के मुख्य मुद्दे घोषित रूप से इस प्रकार रहने वाले हैं—
1. भारत-पाकिस्तान संघर्ष के बाद क्षेत्रीय स्थिरता बनाए रखने के लिए साझा रणनीतियों पर विचार।
2. चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा यानी CPEC और उससे जुड़े निवेश पर चर्चा।
3. अफगानिस्तान की अस्थिरता से उत्पन्न खतरों पर त्रिपक्षीय चर्चा।
4. पाकिस्तान द्वारा चीन से सैन्य सहायता और कूटनीतिक समर्थन की मांग।

इसमें संदेह नहीं है कि भारत को इस बैठक पर बारीक नजर रखनी होगी। चीन और पाकिस्तान के बीच हर वार्ता का परिणाम भारत विरोधी चाल ही रहा है। साथ ही, अफगानिस्तान से पाकिस्तान के वर्तमान रिश्तों को देखते हुए भारत के नीतिकारों को मुत्तकी के बैठक के बाद के बयान पर गौर करना होगा। देखना होगा कि चीन पाकिस्तान को किसी सैन्य समर्थन की गारंटी न दे, क्यों कि इससे तनाव और बढ़ेगा। इशाक डार की यह चीन यात्रा केवल और केवल भारत को घेरने की कोई रणनीति बनाने वाली हो सकती है।

Topics: पाकिस्तानPakistanभारतafghanistanIndiaचीनChinaJammu Kashmirdiplomacyforeign affairsOperation Sindoor
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

भारत के हमले से पाकिस्तान की किराना पहाड़ी पर बने गहरे गड्ढे। माना जाता है कि यहां परमाणु हथियार रखे गए हैं

धूल में मिली धमकी

सीता राम राधे श्याम मंदिर का विहंगम दृश्य

गयाना में विराजे 16 फीट उंचे बजरंग बली, भारतीय समुदाय में आनंद, उच्चायोग ने प्रतिमा को बताया भरोसे और दोस्ती की निशानी

Pakistan missile Shaheen

Operation Sindoor के दौरान पाकिस्तान ने परमाणु मिसाइल शाहीन से किया था हमला, भारत के S-400 ने हवा में ही तबाह कर दिया

Portugal embassy Operation Sindoor

पुर्तगाल में भारतीय दूतावास के बाहर पाकिस्तानियों ने किया प्रदर्शन, दूतावास ने कहा-ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ

Operation Sindoor: पाकिस्तान को फिर से हराने के लिए रहें तैयार

एस जयशंकर

ऑपरेशन सिंदूर पर बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया: PIB ने राहुल गांधी के दावे का किया खंडन

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

भारत के हमले से पाकिस्तान की किराना पहाड़ी पर बने गहरे गड्ढे। माना जाता है कि यहां परमाणु हथियार रखे गए हैं

धूल में मिली धमकी

दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम देश ने भारत को सौंपे दो आतंकी

सीता राम राधे श्याम मंदिर का विहंगम दृश्य

गयाना में विराजे 16 फीट उंचे बजरंग बली, भारतीय समुदाय में आनंद, उच्चायोग ने प्रतिमा को बताया भरोसे और दोस्ती की निशानी

LICESTOR PUB TURNED TO MOSQUE

ब्रिटेन: लीसेस्टर में लोकप्रिय पब को बना दिया मस्जिद, लोग विरोध ही करते रह गए

Pakistan missile Shaheen

Operation Sindoor के दौरान पाकिस्तान ने परमाणु मिसाइल शाहीन से किया था हमला, भारत के S-400 ने हवा में ही तबाह कर दिया

Portugal embassy Operation Sindoor

पुर्तगाल में भारतीय दूतावास के बाहर पाकिस्तानियों ने किया प्रदर्शन, दूतावास ने कहा-ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ

PM मोदी पर फर्जी आरोपों वाली AI जनित रिपोर्ट वायरल, PIB ने बताया झूठा

डार वहां के विदेश मंत्री वांग यी (दाएं) से मिलकर घड़ियाली आंसू बहाने वाले हैं

भारत से पिटे जिन्ना के देश के विदेश मंत्री इशाक डार आज चीन जाकर टपकाएंगे घड़ियाली आंसू, मुत्तकी से भी होगी बात

सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला: हाई कोर्ट के सभी जजों को पूर्ण पेंशन का अधिकार

NIA

भुवनेश्वर में खुलेगा एनआईए का कार्यालय, गृह विभाग ने जारी की अधिसूचना

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies