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कौन हैं हरमन सिंह और क्यों किया गया उन्हें गिरफ्तार?

हरमन सिंह कपूर को लंदन में पाकिस्तानी गुंडों ने पीटा और जब उन्होंने पुलिस को बताया कि उन्हें पाकिस्तानियों ने पीटा है तो उन्हें ही गिरफ्तार कर लिया गया

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सोनाली मिश्रा

ब्रिटेन इन दिनों काफी चर्चा में है। दरअसल, लंदन के मेयर पाकिस्तानी मूल के सादिक खान हैं और इन दिनों लंदन में कई ऐसी घटनाएं हो रही हैं, जिनमें अलगाववादी मुस्लिमों का पलड़ा भारी रहता है। लोगों का कहना है कि सादिक खान जानबूझकर पाकिस्तानी और मुस्लिम पक्ष में काम कर रहे हैं।

ऐसा ही मामला हरमन सिंह कपूर का है। हरमन सिंह ब्रिटेन के सिख हैं। एक पोस्ट में वह लिखते हैं कि वे अफगानिस्तान से आए हुए सिख हैं। हरमन सिंह भारत का समर्थन और पाकिस्तानी एजेंडे का विरोध करते हैं। इस कारण वे कट्टरपंथी तत्वों के निशाने पर रहते हैं।

उन्हें हाल ही में लंदन की पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उन्हें इसलिए गिरफ्तार किया गया था क्योंकि उन पर कुछ पाकिस्तानी मूल के लोगों ने हमला किया था और जब उन्होंने पुलिस में यह शिकायत की कि उन पर पाकिस्तानी लोगों ने हमला किया है, तो पुलिस तो आई, मगर हमलावरों की जगह उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार, हरमन सिंह ने नस्लवादी टिप्पणी की थी, कि उन्होंने पाकिस्तानी को पाकिस्तानी कहा था।

उन्होंने पोस्ट लिखा था कि सादिक खान के अंतर्गत यही पुलिस है। उन्होंने अपनी चोट की भी तस्वीर साझा करते हुए लिखा था कि मुझे क्यों लंदन की पुलिस गिरफ्तार कर रही है? क्यों पुलिस एक ही समुदाय की बात मान रही है?

उन्होंने एक और पोस्ट में लिखा था कि भारत ने पाकिस्तान को युद्ध में धूल चटाई और कुछ पाकिस्तानी मुझसे यहाँ पर जीतना चाहते हैं। लेकिन वे फिर से हार गए क्योंकि मैं अफगानिस्तान से हूं। हरमन सिंह यह बताते रहते हैं कि कैसे पाकिस्तान आतंकियों का समर्थन करता रहता है और पाकिस्तान के साथ बातचीत क्यों नहीं होनी चाहिए। वे वहां पर अपना एक रेस्टोरेंट चलाते हैं। हाल ही में जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने यह कहा था कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के साथ व्यापार की बात करके युद्ध विराम करवा दिया तो हरमन सिंह ने यह पूछा था कि कैसे पाकिस्तान के साथ व्यापार हो सकता है, जब वह आतंक का पर्याय है।

हरमन सिंह वर्ष 2023 में तब चर्चा में आए थे, जब उन्होंने कहा था कि वे खालिस्तान समर्थक सिखों का विरोध करते हैं क्योंकि वे पूरी दुनिया में सिखों की छवि खराब कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि उन पर खालिस्तान समर्थक सिखों ने हमला किया था। उन्होंने तब भी पुलिस पर खालिस्तान समर्थक तत्वों के समर्थन का आरोप लगाया था और यह भी कहा था कि चूंकि वे यहाँ पर राजनीतिक अससेट्स हैं तो कोई उन पर बात नहीं करता है।

ब्रिटेन में वर्तमान में भी उन्हीं तत्वों को प्रश्रय दिया जा रहा है, जो राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हैं। लोगों का कहना है कि सादिक अली को पता है कि उन्हें कौन लोग वोट देते हैं तो वे उसी के अनुसार कदम उठाते हैं। इस समय ब्रिटेन सहित पूरे यूरोप में अलगाववादी मजहबी ताकतें प्रभावी हैं, इसलिए वे देशभक्त ब्रिटिश नागरिकों को सजा दे रहे हैं।

उन्होंने एक और वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें लिखा था

“मुझे गिरफ्तार किया गया,

क्योंकि मेरा नाम खान नहीं था,

और मैं आतंकवादी नहीं था।“

हालांकि, उन्हें अब रिहा कर दिया गया है और उनपर कोई आरोप भी नहीं लगाया है। हरमन ने कहा कि वे इस कट्टरता के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे।

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