गिरफ्तार किए गए बांग्लादेशी
देहरादून। धामी सरकार के द्वारा शुरू कराए गए सख्त सत्यापन अभियान के नतीजे धीरे-धीरे ही सही अब सामने आने लगे हैं। देहरादून और हरिद्वार में बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान हुई है अब और जिलों में भी पहचान होने की संभावनाएं व्यक्त की जा रही हैं।
बीते दिन देहरादून में 5 बांग्लादेशी अवैध रूप से रहते हुए पकड़े गए। एसएसपी अजेय सिंह के मुताबिक, सत्यापन में निर्मल , शेम राय, लिपि , कृष्णा , मुनीर चन्द्र, की पहचान बंग्लादेशी नागरिकों के रूप में हुई है। पूछताछ के बाद दो संदिग्ध बांग्लादेशी फरार लोगों की तलाश की जा रही है। गिरफ्तार किए गए इन लोगों से अभी गहन पूछताछ की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, आधार सत्यापन में फिंगर प्रिंट्स और आंखों की पहचान कराए जाने से पुलिस को व्यापक जानकारियां मिलने लगी हैं।
हरिद्वार में पुलिस ने एक बांग्लादेशी महिला रुबीना अख्तर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने पूछताछ के बाद उसके नाबालिग बेटे को भी दस्तावेजो में हेराफेरी करने के आरोप में हिरासत में लिया है। इस मामले में उसके भारतीय पति से भी गहनता से पूछताछ की जा रही है।
पुलिस के अनुसार, बांग्लादेश से घुसपैठ के बाद महिला ने यूपी निवासी पुरुष से शादी कर ली थी और उसकी एक बेटी भी है।
हरिद्वार जिले सहित उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों में बांग्लादेशी, रोहिंग्याओं के अवैध रूप से बसने की खबरें आने से पुलिस प्रशासन ने सत्यापन अभियान शुरू किया हुआ है। यूपी, गुजरात और राजस्थान से भी अवैध रूप से बसे बांग्लादेशियों के बारे में जानकारियां मिल रही हैं।
एसएसपी प्रमेंद्र डोभाल के अनुसार, पुलिस पूछताछ में महिला ने बताया कि उसके पति की मौत हो चुकी है और वह अपने बेटे के साथ भारत आई थी। अब पुलिस ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि महिला भारत कैसे पहुंची और उसके पास फर्जी आधार कार्ड कैसे बने? हरिद्वार जिले में और कौन-कौन उसके देश से यहां आकर बसे हैं।
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