मोहम्मद यूनुस
बांग्लादेश की मुहम्मद यूनुस की अगुवाई वाली मुस्लिम कट्टरपंथी सरकार लगातार भारत विरोधी कदम उठा रही है। चीन के इशारे पर वो भारत के खिलाफ लगातार कार्य कर रहे हैं। मुहम्मद यूनुस ने पूर्वोत्तर भारत के सातों राज्य असम, मेघालय, त्रिपुरा, मिजोरम और पश्चिम बंगाल में चंगराबांधा के जरिए बांग्लादेशी रेडीमेड कपड़ों, प्लास्टिक समेत समेत अन्य प्रॉडक्ट्स के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है।
मामला कुछ यूं है कि आजकल वामपंथी चीन के इशारे पर नाच रहे मुहम्मद यूनुस ने चीन का दौरा किया। वहां उन्होंने इशारों में भारत की संप्रभुता को चुनौती देने की कोशिश करते हुए पूर्वोत्तर राज्यों को लेकर कहा कि यह समुद्र तक नहीं पहुंचने वाला भूमि से घिरा क्षेत्र है। उनके इस बयान को चीन के इशारे पर दिया गया बयान माना जाता है, क्योंकि पूर्वोत्तर राज्यों तक पहुंचने के लिए सिलीगुड़ी कॉरिडोर यानि कि चिकन नेक ही एकमात्र रास्ता है। उस पर चीन की नजर है, क्योंकि विस्तारवादी चीन पूर्वोत्तर राज्यों को भारत से अलग करने की लंबे वक्त से साजिशें कर रहा है।
अब मुहम्मद यूनुस ने उसी तरह का भारत विरोधी बयान दिया है। इसे भारतीतय अधिकारियों ने क्षेत्र की कनेक्टिविटी और भारत की स्थिति को कमजोर करने की कोशिश के तौर पर देखा। इसके बाद बांग्लादेश को उसकी सीमा दिखाते हुए उसके कपड़ों, प्लास्टिक और अन्य उत्पादों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया।
बांग्लादेश और भारत के बीच अब तक जो भी व्यापार होता था, उसका करीब 93 फीसदी व्यापार जमीनों के जरिए होता था, लेकिन नए प्रतिबंधों के बाद अब से बांग्लादेश को उत्पादों का निर्यात करने के लिए कोलकाता या फिर महाराष्ट्र के न्हावा शेवा बंदरगाह के जरिए भेजना पड़ेगा। इसका असर ये होगा कि निर्यात की लागत में बढ़ोत्तरी होगी। बांग्लादेश का दोगलापन ये है कि वह भारत से आय़ातित सामानों पर प्रति टन प्रति किलोमीटर के हिसाब से 1.8 बांग्लादेशी टका टैक्स वसूल करता था, जो कि उसके घरेलू रेट 0.8 टका से अधिक है। अब तक भारत ने बांग्लादेश को समान लाभ कि बिना ही रियायत दे रखी थी, लेकिन अब अधिकारियों का कहना है कि बिना पारस्परिकता के बांग्लादेश बाजार में नहीं घुस पाएगा।
लाइव हिन्दुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश ने भारत के पूर्वोत्तर राज्यों से होने वाले निर्यात पर अपने बंदरगाह पर प्रतिबंध लगा रखा है। बांग्लादेशी बंदरगाह से भारतीय सामानों का निर्यात नहीं हो सकता है। ऐसे में अब भारत सरकार ने जैसे को तैसा वाला सबक दे दिया है। अब नए प्रतिबंधों के तहत बांग्लादेश के रेडीमेड गारमेंट्स, प्लास्टिक मेलामाइन, बेकरी आइटम, कार्बोनेटेड पेय, फर्नीचर, जूस और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों के निर्यात को तगड़ा झटका लगा है।
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